पोंड़ी के पटवारी के खिलाफ होगी जांच
केराझरिया में लगी मुख्यमंत्री की चैपाल में पोंड़ी के ग्रामीणों ने पटवारी की जमकर शिकायत की। नक्शा, खसरा, बी-वन देने, नामांतरण, बंटवारा करने, फौत उठाने और सीमांकन के लिए भी पटवारी द्वारा ग्रामीणों को बार-बार चक्कर लगवाने और पैसों की मांग करने की शिकायत ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री के समक्ष की। मुख्यमंत्री ने इसे गंभीरता से लेते हुए तत्काल जांच कर पटवारी के विरूद्ध कार्यवाही करने के निर्देश कलेक्टर को दिए। इसी तरह रामपुर विधायक ननकीराम कंवर ने भी जिले के पटवारियों के खिलाफ शिकायत की। चौपाल में ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री से बेझिझक सीधी बात की और अपने-अपने गांवों की समस्याओं को खुलकर बताया।
ग्रामीणों ने केराझरिया और आसपास के गांवों में थोड़े से आंधी-तूफान में ही बिजली गुल होने की समस्या मुख्यमंत्री को बताई। जिस पर मुख्यमंत्री ने तत्काल वितरण कंपनी के अधिकारियों को तलब कर बिजली गुल होने पर तुरंत ठीक करने के निर्देश दिए।
गौठान में बनेंगे शौचालय, कलेक्टर को निर्माण के निर्देश
चैपाल को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि उनकी सरकार ने छत्तीसगढ़ की परंपरागत नरवा, गरूवा, घुरवा, बाड़ी के विकास की जो योजना चलाई है उससे गांवों में आर्थिक समृद्धि आयेगी और ग्रामीणों की माली हालत सुधरेगी। उन्होंने कहा पुराने जमाने से ही पशुओं का खेती-किसानी में उपयोग होता रहा है और पशुओं के दूध आदि से लोगों को पोषण और आमदनी भी होती रही है।
मुख्यमंत्री ने चैापाल में कहा कि अंबिकापुर के सरगांव प्रवास के दौरान महिला सपना बैरागी ने गौठानों में काम करने वाले लोगों के लिए शौचालय की कमी की तरफ ध्यान आकृष्ट कराते हुए गौठानों में शौचालय बनाने का सुझाव दिया था। मुख्यमंत्री ने इस महत्वपूर्ण सुझाव को अपनी योजना में शामिल करते हुए गौठान में काम करने वाले महिलाओं और पुरूषों के लिए तत्काल शौचालय बनाने के निर्देश कलेक्टर को दिए।
गौठान में बनेगा गोबर गैस संयंत्र
मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों को चैपाल में बताया कि केराझरिया के गौठान मवेशियों से जो गौमूत्र-गोबर निकलेगा उसके निष्पादन के लिए बड़ा गोबर गैस संयंत्र बनाया जाना चाहिए। मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों से कहा इस गोबर गैस संयंत्र से 50 से सौ घरों में गैस का कनेक्शन करके खाना बनाने में उसका उपयोग हो सकेगा। मुख्यमंत्री ने इस गैस का उपयोग करने के लिए ग्रामीणों द्वारा बैठक कर सर्वमान्य दर भी निर्धारित करने की बात कही ताकि गौठान संचालित करने वाली समिति को गौठान के संचालन के लिए आर्थिक मदद मिल सके।
228 वनवासियों को मिले वन अधिकार पत्र
चैपाल में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केराझरिया और आसपास के गांवों के 228 वनवासियों को वन अधिकार पत्र के माध्यम से काबिज भूमि का मालिकाना हक देने की भी घोषणा की। इसमें से 208 व्यक्तिगत वन अधिकार पत्र और 20 सामुदायिक वन अधिकार पत्र हितग्राहियों को मिले। व्यक्तिगत वन अधिकार पत्रों में से भी अनुसूचित जनजाति के 102 हितग्राहियों को वन भूमि पर लंबे समय से काबिज होने के कारण काबिज भूमि का मालिकाना हक दिया गया जबकि 106 वन अधिकार पत्र गैर परंपरागत वनवासियों को दिये गये।
सीएम ने दी माइक, बेबाकी से महिला ने दी जानकारी
मुख्यमंत्री चैपाल में उपस्थित ग्रामीणजनों को खेतों में जैविक खाद के उपयोग से उत्पादन बढ़ाने के तरीके बता रहे थे, तभी अचानक पास खड़ी महिला कौशिल्या डिक्सेना ने भी जैविक खाद बनाने के तरीके और उससे होने वाले फायदे मुख्यमंत्री को बताना शुरू कर दिया। मुख्यमंत्री ने कौशिल्या की ओर अपना स्वयं का माईक कर दिया और जब तक कौशिल्या बोलती रही सीएम बघेल अपने हाथों में माईक पकड़े रहे। महिला ने बड़े ही सहज और बेबाकी पूर्ण ढंग से ग्रामीणों को मवेशियों के गोबर, गौमूत्र और पेंड़ों के सूखे पत्तों जैसे कचरे से कम्पोस्ट खाद बनाने का तरीका बताया।