एटक के महामंत्री कामरेड हरिद्वार सिंह ने 38 सूत्रीय मांग पत्र का उल्लेख किया। बताया कि खदानों को मनमाना तरीके से बंद करना, बेवजह मजदूरों का हाजिरी काटना, प्रबंधन का घोर मजदूर विरोधी तानाशाही रवैया अपनाना, मजदूरों को आवास सुविधा मुहैया कराना, मेन पावर बजट में 16 फीसदी प्रमोशन का प्रावधान करना, ठेका मजदूरों को निर्धारित हाई पावर कमेटी के सिफारिश के अनुसार वेतन भुगतान करना, विभागीय मजदूरों को समय में वेतन देना, वेतन विसंगतियों को दूर करना आदि शामिल है। कार्यक्रम को एटक नेता दीपेश मिश्रा ने भी संबोधित किया। केन्द्र सरकार की आर्थिक नीतियों की आलोचना किया। इसे मजदूर विरोधी बताया। कोयला उद्योग में प्रस्तावित नए वेतन समझौते में देरी को लेकर प्रबंधन पर हमला किया। कार्यक्रम को रमायण, मनोज पांडे, नागेंद्र प्रसाद, लिंगराज नायक, कन्हैया सिंह, मदन सिंह, एलपी अघरिया, चंद्रकांत सिन्हा आदि ने भी संबोधित किया।