27 व 28 नवंबर को कोयला सचिव अनिल कुमार जैन एसईसीएल के प्रवास पर थे। पहले दिन उन्होंने एसईसीएल के गेवरा व दीपका क्षेत्र का निरीक्षण किया। खदानों में आने वाली समस्याओं को समझा एवं उनके निराकरण पर जोर दिया। बिलासपुर में आयोजित सीमक्षा बैठक में सचिव जैन ने कहा कि एसईसीएल कोल इंडिया लिमिटेड की सर्वाधिक कोयला उत्पादक सहायक कम्पनी है। ऊर्जा जरुरत की पूर्ति हेतु प्रचुर मात्रा में कोयले की आवश्यकता है। कंपनी पर कोयला उत्पादन की बड़ी जिम्मेदारी है। उन्होंने अपने संबोधन में कर्मियों के कल्याण, उनके प्रशिक्षण, में नई तकनीक के इस्तेमाल, इन्फॉर्मेशन टेक्नॉलॉजी के प्रयोग पर जोर दिया।
इस समीक्षा बैठक के दौरान जैन के साथ कोयला मंत्रालय से पीयूष कुमार निदेशक, कोल इंडिया के निदेशक तकनीकी विनय दयाल, एसईसीएल के सीएमडी एपी पंडा, निदेशक (कार्मिक) डॉ आरएस झा, मुख्य सतर्कता अधिकारी बीपी शर्मा, निदेशक तकनीकी (संचालन) आरके निगम, निदेशक तकनीकी (योजना/परियोजना) मनोज कुमार प्रसाद, निदेशक (वित्त) एसएम चौधरी, विभिन्न विभागों के महाप्रबंधक उपस्थित थे।