अधिकारियों के मुताबिक इसमें टाइम लिमिट नहीं दी गई है। मतलब मंगलवार की सुबह तक ठेकेदारों को हर हाल में काम शुरू करना पड़ेगा। अगर वे काम शुरू नहीं करते हैं तो नगर निगम इन ठेकेदारों को ब्लैक लिस्टेड कर दिया जाएगा। साथ ही पुराने ठेके की लाखों रुपए अमानत राशि निगम राजसात कर लेगा।
सुबह ठेकेदारों ने अपने श्रमिकों पर बनाया दबाव, ले गए वापस
इधर सफाई ठेकेदारों का रूख अब भी अडिय़ल ही है। निगम की प्लानिंग थी कि सोमवार से श्रमिक जो ठेकेदारों के अन्तर्गत काम करते हैं। उनको बुला कर उनसे काम शुरू करवाया जाएगा। श्रमिक मान भी गए थे। सुबह चौक-चौराहों और जोन में श्रमिक भी पहुंचे। लेकिन ठेकेदारों के सुपरवाइजर इनको बहला-फुसलाकर अपने साथ वापस ले गए। निगम के अधिकारियों को सुबह काफी जहदोजहद करनी पड़ी। बाद में फिर श्रमिक खुद लौटे और काम शुरू किया गया।
ऐसे निगम ने इन ठेकेदारों को चौतरफा घेरा
अगर ठेकेदार सफाई काम शुरू नहीं करते हैं तो उनको ब्लैकलिस्टेड के साथ उनकी अमानत राशि जो कि पांच से आठ लाख के बीच है। इसको निगम राजसात कर लेगा। नए ठेकों के लिए निगम ने सोमवार को एलओआई जारी कर दिया है। अगर ठेकेदार दो दिन के भीतर एग्रीमेंट नहीं करते हैं तो पूरी ठेका प्रक्रिया को निगम निरस्त कर देगा।
150 श्रमिकों के सप्लाई के लिए निगम वर्कआर्डर करने की तैयारी में है। अगर ये ठेकेदार राजी नहीं होते हैं तो निगम अपने संसाधनों से इन श्रमिकों के माध्यम से सफाई काम कराएगा।
भविष्य में ये ठेकेदार निगम के किसी भी काम में टेंडर करने की पात्रता नहीं रखेंगे। ठेकेदारों से श्रमिक भी त्रस्त है, अब शासन से निर्धारित दर की पूरी राशि उनको मिलेगी।
-एस एन अग्रवाल
-राजू जायसवाल
-वरूण गोस्वामी
-रामू पांडे – चारों ही सफाई ठेकेदारों को नोटिस जारी किया गया है। अगर तत्काल काम शुरू नहीं किया जाता है तो इन सभी ठेकेदारों को ब्लैकलिस्टेड कर उनकी अमानत राशि राजसात कर ली जाएगी। सोमवार को निगम ने खुद सफाई कराई, कल से और भी बेहतर स्थिति से काम कराया जाएगा।
वीके के सारस्वत, अतिरिक्त स्वास्थ्य अधिकारी, नगर निगम