ये मामले जिनके जवाब आज अधिकारियों ने नहीं दिया
०१. पूर्व सीएम के आगमन मेंं ८० हजार का बैलून, ८ लाख की डाक्यूमेंट्री व फोटो एल्बम किस नियम के तहत बनाए गए।
०२. सवा सौ करोड़ का एजुकेशन हब का निर्माण की जब जरूरत नहीं थी तब आखिर क्यों बनाया गया।
०३. ५ करोड़ की लागत से ३४ सब हेल्थ सेंटर बनाए गए जबकि स्वास्थय विभाग ने कभी भी निर्माण के लिए आवेदन नहीं किया, हर सेंटर में लगे हैं ताले।
०४. हर गांव का प्लान बनाने के लिए दो कंपनियों से अनुबंध, एक गांव के पीछे सवा- सवा लाख खर्च क्यों किया जबकि इसकी जरूरत नहीं थी।
०५. जितना का नया हॉस्टल नहीं बन जाता है उतने का तो पुराने हॉस्टलों में मरम्मत के नाम पर खर्च किया गया।
०६. डीएमएफ के किस गाइडलाइन के मुताबिक अधिकारियों ने अपने लिए ८ लाख की फॉल सिलिंग, २५ लाख का दफ्तर और फुटपाथ बनाया।
०७. हॉस्टल में रहने वाले बच्चों के २० लाख का टूथपेस्ट, कंघी व तेल बांटा गया।
०८. संभव नहीं था तब भी ६०० फीट तक बोर किए गए वह भी एक जगह नहीं १०० जगह।
०९. बुका में कौशल विकास के नाम पर कमरे बनाने के नाम पर अफसरों ने बनाया आलीशान रिसार्ट।