ठेका मजदूरों के वेतन बढ़ोत्तरी पर चर्चा के लिए मंगलवार को दिल्ली में कोल इंडिया की श्रमिक नेताओं के साथ बैठक हुई। इसमें ठेका मजदूरी बढ़ाने पर सहमति बनी। अकुशल ठेका कामगारों को ७८७ रुपए, अद्र्ध कुशल को ८१७ रुपए, कुशल को ८४७ रुपए और उच्च कुशल को ८७७ रुपए की दर से मजदूरी भुगतान करने पर सहमति बनी। बढ़ी हुई दरे चार सिंतबर से लागू होगी। प्रबंधन के प्रस्ताव पर यूनियन ने सहमति व्यक्त करते हुए हस्ताक्षर कर दिया है।
शिक्षक दिवस पर विशेष : शिक्षकों की मेहनत से इस सरकारी स्कूल में लगती हैं डिजिटल कक्षाएं न्यूनतम मजदूरी के अलावा कामगारों को वीडीए और एसडीए का लाभ भी मिलेगा। बैठक में कोल इंडिया के कार्मिक प्रबंधक, ईसीएल के सीएमडी, कोल इंडिया के डायरेक्टर फाइनेंस, एसईसीएल और वीसीसीएल के कार्मिक प्रबंधक उपस्थित थे। यूनियन की ओर से हिन्द मजदूर सभा के नाथूलाल पांडे, एटक के रमेन्द्र कुमार, सीटू से मिथलेश कुमार सिंह और भारतीय मजदूर संघ की ओर से ए श्रीनिवास राव शामिल हुए।
फैसले का लाभ मजदूरों तक पहुंचाना चुनौती
कोल इंडिया ने ठेका कामगारों के न्यूनतम डेली वेज में बढ़ोत्तरी कर दी है। लेकिन इसे इमानदारी से लागू करना प्रबंधन के लिए बड़ी चुनौती है। एसईसीएल में ठेके पर मजदूरी करने वाले कर्मचारियों का हाल किसी से छिपा नहीं है। ठेकेदार तय मजदूरी की दर से राशि का भुगतान नहीं करते हैं। हक मांगने पर मजदूरों को काम से बाहर का रास्ता दिखा दिया जाता है। कामगारों की स्थिति से सभी यूनियन भी वाकिफ हैं। सीटू के कोरबा महासचिव वीएम मनोहर ने बताया कि फैसले को लागू करने के लिए प्रबंधन पर दवाब बनाया जाएगा। ठेका मजदूरों की उपस्थिति बॉयोमेेट्रिक्स से दर्ज करने के लिए दबाव बनाया जाएगा। ताकि वेतन भुगतान में पादर्शिता आए।