पूरा जेल संक्रमित होने का यह प्रदेश में संभवता: पहला मामला है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से बताया गया है कि कटघोरा उपजेल में 168 बंदी हैं। एक बंदी को सांस लेने में तकलीफ होने पर इलाज के लिए कटघोरा के सरकारी अस्पताल पहुंचा गया था। उसकी कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। प्राथमिक इलाज के बाद संक्रमित मरीज को कोरबा के कोविड हॉस्पिटल रेफर किया गया।
शनिवार को स्वास्थ्य विभाग की एक टीम कटघोरा जेल में बंदिया की कोरोना जांच करने पहुंची। एंटीजन किट के जरिए 168 बंदियों की कोरोना टेस्ट किया गया। इसमें 98 बंदी वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। इन्हें जेल की दो बैरक में रखा गया है। मरीजों का इलाज किया जा रहा है। 28 बंदियों की टेस्ट निगेटिव आई है। इन्हें संक्रमित मरीजों से अलग एक बैरक में रखा गया है। जेल के संक्रमित होने के बाद प्रबंधन की चिंता बढ़ गई है।
एक जगह पर स्नान करते हैं बंदी
उपजेल कटघोरा में बंदियों के लिए जरुरी संसाधन की कमी है। जरुरत के अनुसार शौचालय और स्नानागार नहीं है। जेल के सभी बंदी एक ही जगह पर स्नान करते हैं। 168 बंदियों के लिए 10 शौचालय है। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि जेल में कोरोना की गाइडलाइन के पालन में अनियमितता से वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ी है।
जेल में बनाया गया आइसोलेशन सेंटर
स्वास्थ्य विभाग की ओर से बताया गया है कि जेल में दाखिल होने वाले बंदियों 14 दिन तक आइसोलेशन सेंटर में रखा जाता है। इसके लिए जेल में ही आइसोलेशन सेंटर बनाया गया है। लेकिन सभी बंदी एक ही स्थान पर स्नान करते हैं। शौचालय की भी अलग से व्यवस्था नहीं है। आशंका है कि इसी कारण से संक्रमण सभी बंदियों में फैला होगा।