भले ही बिजली की मांग कम होने से प्रबंधन राहत महसूस कर रही है, लेकिन ट्रिपिंग, कोयले की कमी व दूसरी तकनीकी खराबी की वजह से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। एचटीपीपी में 210 मेगावाट की एक यूनिट तकनीकी खराबी के कारण बंद है। प्रबंधन के मुताबिक सुधार कार्य किया जा रहा है। जल्द ही इकाई से उत्पादन शुरू हो जाएगा।