ज्योत्सना: प्रदेश में कहीं भी कोई कमी नहीं रही। हमारी सरकार को बने ही तीन महीने हुए हैं। इसके बाद आचार संहिता लग गई। कुछ काम काने का मौका ही नहीं मिला। इसके बाद भी काफी काम कराए गए। हालांकि जो होना है, वो होकर रहता है। जो जनादेश मिला है वह शिरोधार्य है। हो सकता है कहीं कोई कमी रह गई होंगी। आगे हम इस दिशा मे काम करेंगे। हमारी सरकार है,
तो हमें किस बात का डर है। करेंगे हम पूरा काम।
ज्योत्सना: हां! इस बात का दु:ख जरूरी है कि केन्द्र में हमारी सरकार नहीं बनी। यदि बनती तो गाड़ी के दोनो पहिए एक साथ दौड़ते कोई परेशानी नहीं होती, लेकिन ठीक है अभी भी प्रदेश में हमारी सरकार है। विकास की गति थोड़ी और बढ़ जाती, वह बहुत तेजी से बढ़ती। प्रदेश में हमारी सरकार है इसलिए विकास तो अब भी होगा। हमें पूरा विश्वास है। हम हर हाल में बेहतर काम करके दिखाएंगे।
ज्योत्सना: अब आप देखिये कि शहरी इलाकों में मोदी फैक्टर का असर है, कुछ हद तक। ये मतदाताओं की सोंच है, और वह क्या है ये समझ में तो नहीं आता। कांग्रेस उनकी अपनी सरकार है। सरकार उन्हें पूरा महत्व देती है। उनके लिए समर्पित होकर काम करती है, और जैसा हमने कहा है। ठीक वैसा ही करके दिखाएंगे।