यही जिले के लिए सबसे अधिक चिंता की बात है। 24 नए मरीज मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग भी परेशान है। संक्रमित मरीजों की इलाज खास कर बच्चों की कोविड अस्पताल में भर्ती करके करने की तैयारी शुरू हो गई है। वायरस से संक्रमित सभी 24 मरीज रैंडम जांच के दौरान पाए गए हैं।
स्वास्थ्य विभाग की ओर से बताया गया है कि निगम के वार्ड क्रमांक 30 मानिकपुर कदमाहाखार के साहू मोहल्ले से कुछ लोगों की रैंडम जांच के लिए सैंपल लिया गया था। इसकी जांच रिपोर्ट सोमवार को मिली है। साहू मोहल्ले में 12 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित मिले हैं। इसमें एक ही परिवार के तीन सदस्य शामिल है।
निजी अस्पतालों में कोरोना वायरस के मरीज कम हुए भर्ती, लेकिन मौतें अधिक
इसके अलावा एक अन्य परिवार के लोग भी वायरस से संक्रमित मिले हैं। साहू मोहल्ला में वायरस से संक्रमित छह बच्चे मिले हैं। उनकी उम्र नौ साल से 14 वर्ष के बीच है। एक ही मोहल्ले में 12 मरीजों के मिलने से आसपास के लोगों की नींद उड़ गई है। स्वास्थ्य विभाग के हाथ पांव फुल गए हैं। विभाग की टीम ने कदमाखार की स्थिति पर नजर रखना शुरू किया है।
साहू मोहल्ले को कन्टेनमेंट जोन में तब्दील करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। प्रशासन की ओर से जल्द इस इलाके को सील किया जाएगा। यहां से लोगों के बाहर निकलने पर रोक लगाई जाएगी। इनके सम्पर्क के आए लोग की पहचान करने की प्रक्रिया भी मंगलवार से शुरू हो जाएगी। इस बीच स्थानीय सूत्रों ने बताया कि संक्रमितों में शामिल दो सदस्य एक धार्मिक कार्यक्रम में भी शामिल हुए हैं। जबकि अन्य लोगों ने घर से बाहर जाने से इनकार किया है।
साहू मोहल्ले के अलावा चैतमा, पोड़ी उपरोड़ा, बालकोनगर की हाउससिंग बोर्ड कॉलोनी और बलगी में भी नए मरीज मिलने की पुष्टि हुई है। इन क्षेत्रों में 12 मरीज मिले हैं। इसमें दो मरीजों की उम्र 14 साल से कम है। उक्त सभी पॉजिटिव मरीज दोपहर दो बजे तक की जांच में मिले थे। देर रात में संक्रमितों की संख्या में और बढ़ोत्तरी की संभावना है।
आठ मरीजों की उम्र कम होने से चिंता बढ़ी
आने वाले दिनों में कोरोना की तीसरी लहर की आंशका विशेषज्ञों द्वारा व्यक्त की जा रही है। आशंका जताई जा रही है कि यह लहर बच्चों को सबसे अधिक प्रभावित करेेगी। 24 संक्रमितों में आठ बच्चों की उम्र 14 साल से कम होने के कारण विशेषज्ञों के अनुमान सही होने की चर्चा भी शुरू हो गई है।
54 हजार से अधिक लोग वायरस से संक्रमित
कोरोना की पहली और दूसरी लहर में 54 हजार से अधिक लोग वायरस की चपेट में आ चुके हैं। साढ़े तिरेपन हजार से अधिक मरीज ठीक हो चुके हैं। कुछ मरीजों का इलाज अस्पताल और होम आइसोलेशन में रखकर किया जा रहा है।
बचाव के लिए वैक्सीन कारगर हथियार
कोरोना वायरस की दूसरी लहर लोगों के लिए बेहद डरावनी साबित हुई है। सबसे अधिक मौतें भी इस लहर में हुई है। इस वायरस से बचाव के लिए डॉक्टरों की ओर से समय समय पर एडवाइजरी जारी की गई है। इसमें चेहरे पर मॉस्क और दो गज की दूरी को जरुरी बताया गया है।
साथ ही इस महामारी से जंग में वैक्सीन को कारगर हथियार माना जा रहा है। लोगों को वैक्सीन लगाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। फिर भी युवा वर्ग डॉक्टरों की चेतावनी को नजर अंदाज कर रहा है। इससे खतरा युवा के साथ साथ उनके परिवार और समाज पर भी है।