पत्नी ने पति से इंतकाम लेने अपने ही तीन मासूम बच्चों का घोंट दिया गला, लोगों ने देखा नजारा तो कांप गई रूह वन विभाग के कर्मी भी उसे हमेशा हाथी मित्र दल में साथ रखते थे। ग्रामीण कमलेश ने बताया कि यह घटना लगभग 11: 45 बजे की है। हाथी के हमले से एक की मौत सूचना मिलते ही लोगों में आपाधापी मच गई। लोग अपना घर छोड़कर इधर-उधर भागने लगे। पूरी रात लोग अपनी जान बचाकर रतजगा करते रहे। अभी भी हाथी का लोकेशन खुरूडांड कोरबी के जंगल के आसपास है। कुछ मकानों को भी हाथी ने निशाना बनाया है।
कुछ दिन पहले ही सीसीएफ ने की थी तारीफ
पिछले महीने जब फुलसर सहित अन्य गांव में हाथियों ने ज्यादा उत्पात मचाया था तब डीएफओ व सीसीएफ बिलासपुर भी मौके पर पहुंचे थे। उस समय नाथूराम बिना किसी सरकारी मदद के ग्रामीणों को बचाने में सहयोग कर रहा था। कई दिन तक वह वन विभाग की टीम के साथ भी रहा। उसके काम को देखकर सीसीएफ ने तारीफ भी की थी।