scriptElephant : डोरी बिन रहे ग्रामीण को हाथी ने उठाकर पटका, सिर को कुचलकर मारा, दूसरे ने पेड़ पर चढक़र बचाई जान | Elephant killed the man | Patrika News

Elephant : डोरी बिन रहे ग्रामीण को हाथी ने उठाकर पटका, सिर को कुचलकर मारा, दूसरे ने पेड़ पर चढक़र बचाई जान

locationकोरबाPublished: Jun 24, 2019 07:18:29 pm

Submitted by:

Vasudev Yadav

महुआ पेड़(Mahua tree) के नीचे डोरी बिन रहे ग्रामीण को दंतैल हाथी(Dental elephant) ने सुंड से उठाकर पटक दिया। सिर को पैर से दबाकर मार डाला। पास में ही एक अन्य पेड़ के नीचे डोरी(Lanyard) बिन रहे ग्रामीण को भी दौड़ाया। उसने आम के पेड़ पर चढक़र जान बचाई।

महुआ पेड़ के नीचे डोरी बिन रहे ग्रामीण को दंतैल हाथी ने सुंड से उठाकर पटक दिया। सिर को पैर से दबाकर मार डाला। पास में ही एक अन्य पेड़ के नीचे डोरी बिन रहे ग्रामीण को भी दौड़ाया। उसने आम के पेड़ पर चढक़र जान बचाई।

Elephant : डोरी बिन रहे ग्रामीण को हाथी ने उठाकर पटका, सिर को कुचलकर मारा, दूसरे ने पेड़ पर चढक़र बचाई जान

कोरबा. घटना विकासखंड करतला अंतर्गत जंगल(Forest) के बीच बसे ग्राम बैगामार की है। बताया जाता है कि सोमवार सुबह लगभग 5.30 बजे बैगामार में रहने वाले मालिकराम राठिया उम्र 47 साल अपने छोटे भाई सालिकराम के साथ जंगल से लगे खेत को देखने गया था। रास्ते में दोनों भाई महुआ पेड़ के पास पहुंचे। दोनों अलग अलग पेड़ से डोरी बिनने लगे। दोनों महुआ की डोरी बिनने में व्यस्त थे। इसबीच पीछे से दंतैल हाथी पहुंचा। उसने मालिकराम को उठाकर पटक दिया। उसकी आवाज को सुनकर सालिकराम की नजर पड़ी। दंतैल को देखकर सालिकराम डर गया। जान बचाने के लिए भागने लगा। दंतैल ने सालिकराम को भी दौड़ाया। बचने के सालिक आम की पेड़ पर चढ़ गया। दंतैल भी जंगल की ओर लौट गया। सालिकराम पेड़ से उतरकर घ पहुंचा। घटना की जानकारी घर वालों और गांव के लोगों को दिया। सालिकराम ने बताया कि उसका बड़ा भाई मालिकराम डोरी बिन रहा था। दंतैल पीछे से आया। मालिकराम को भागने का मौका नहीं मिला।

यह भी पढ़ें
बरसात शुरू होते ही सर्पदंश की घटनाएं बढ़ी, जिला अस्पताल में मिलेगा एंटीवेनम

वन विभाग और पुलिस मौके पर पहुंची
घटना की सूचना पर वन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे। करतला थाने को भी अवगत कराया गया। वन विभाग ने मृतक के परिवार को आर्थिक सहायाता देने का वादा किया है।

खेती पर निर्भर है परिवार
बताया जाता है कि मालिकराम पेशे से किसान था। खेती बाड़ी करके परिवार का पालन पोषण करता था। सोमवार को दोनों भाई खेत देखने गए थे। रास्ते में डोरी बिनने की इच्छा हुई।

यह भी पढ़ें
शादी समारोह में नाचने गए आर्मी के जवान की हुई पिटाई

ढाई माह के भीतर 10वीं मौत
हाथी के हमले में ढाई माह के भीतर यह 10वीं मौत है। वन विभाग का कहना है कि सभी मौते कोरबा और धरमजयगढ़ वनमंडल में हुई है। दोनों वनमंडल में एक ही दंतैल लोगों को मार रहा है। हालांकि दंतैल पर नजर रखने के लिए वन विभाग ट्रैंक्यूलाइज करने की अनुमति लिया है। इसे ट्रैंक्यूलाइज करने की कोशिश जारी है। अभीतक वन विभाग को सफलता नहीं मिली है।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो