लेमरू थाना क्षेत्र के ग्राम कनसरा के खोरसी डुगू मोहल्ला में निर्मल धनुहार रहता है, जो खेती किसानी करता है। उसका एक लडका बंधुराम धनुहार है जो अपने पत्नी सुनीता बाई एवं तीन बच्चों के साथ अलग रहता है। निर्मल धनुहार ने पुलिस को बताया कि शनिवार की सुबह वह और उसकी पत्नी बिरसो बाई जंगल की ओर चार बीनने चले गए थे। दोपहर लगभग 12 बजे जब वापस लौटे तो उसका बेटा बंधुराम पहुंचा।
उसने बताया कि वह भी चार बीनने गया हुआ है। जब दोपहर में लौटा तो उसकी पत्नी सुनीता बाई से खाना मांगा तब सुनीता ने खाना नहीं दिया और जाकर सो गई। जिसे उठाया फिर भी खाना नहीं दिया तब गुस्से में आकर सुनीता को हाथ थप्पड़ मुक्के से पीठ पर मारा तो वह मर गई। घर के अंदर सुनीता चित पड़ी है।
बेटे की इतनी सी बात सुनकर दोनों का माथा ठनक गया। दोनों बुजुर्ग बिरसो बाई एवं पंड़ो रतन साय के साथ बंधुराम के घर पहुंचे। तो उसकी बहू सुनीता बाई घर के अंदर सोने वाले कमरे में जमीन बिस्तर में चित पड़ी थी। छुकर देखा तो सुनीता की शरीर ठंडा हो गया था सांस नही चल रही थी।
आरोपी बेटे को लेकर पिता पहुंचा थाने
आरोपी बेटे का पिता निर्मल धनुहार रविवार की सुबह लेमरू थाने में लेकर पहुंचा। जहां इस पूरे घटना की जानकारी पुलिस को दी गई। पुलिस ने मौके पर जाकर शव का पीएम कराया गया। वहीं आरोपी पति को पुलिस ने 302 के तहत कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार कर लिया है।