इसी तरह तरदा के पास ठेकेदार ने सड़क निर्माण के लिए काम शुरु किया है। जिस जगह पर हाइवे के लिए पोकलेन की खोदाई की जा रही है। वहां पर हाइटेंशन लाइन गई हुई है। हाइटेंशन टॉवर से लगी जमीन की धड़ल्ले से खोदाई की जा रही है। नियमों केे मुताबिक टॉवर से ४० मीटर के आसपास खोदाई नहीं की जा सकती। जिस तरह से मिट्टी खोदाकर निकाला जा रहा है उससे बारिश में परेशानी बढ़ सकती है। बारिश की वजह से मिट्टी का कटाव अधिक होता है इससे पकड़ ढीली हो सकती है।
भैसमा स्थित पॉवर ग्रिड देश के अलग-अलग हिस्सों से सीधे तौर पर जुड़ी हुई है। कई प्रदेशों को बिजली ग्रिड के माध्यम से भेजी जाती है। ग्रिड के रखरखाव को लेकर अधिकारी बेहद गंभीर है। पावर ग्रिड ने इस संबंध में एनएचएआई को पत्र लिखा है। साथ ही कहा कि पूरी तरह से सावधानी बरती जाए ताकि लाइन किसी तरह प्रभावित न हो।
शारदाविहार सामुदायिक भवन के सामने ही तालाब का निर्माण निगम ने शुरु किया गया था। जिस ठेेकेदार को काम मिला था। उसने कुछ महीने काम करने के बाद अब बंद कर दिया है। भूमिपूजन के दौरान सपना दिखाया गया था कि मार्च तक इसे पूरा कर लिया जाएगा। जून तक की स्थिति में 70 फीसदी काम शेष है। सभापति के वार्ड में इस तरह की मनमानी ठेकेदार और अधिकारी कर रहे हैं। लोगों में इसे लेकर आक्रोश व्याप्त है।