scriptउड़ते राखड़ से स्वीच यार्ड को खतरा, हाइटेंशन टॉवर के पास ही पोकलेन से खोदाई | Flying ash threatens the switch yard, excavated from Poklane near the | Patrika News

उड़ते राखड़ से स्वीच यार्ड को खतरा, हाइटेंशन टॉवर के पास ही पोकलेन से खोदाई

locationकोरबाPublished: Jun 07, 2022 11:49:15 am

Submitted by:

AKASH SHRIVASTAV

कोरबा. हाल ही में भारतमाला परियोजना के तहत उरगा से बिलासपुर और कोरबा से चांपा मार्ग का काम शुरु हुआ है। एनएचएआई की मनमानी की वजह से पावर ग्रिड की चिंता बढ़ गई है। दरअसल स्वीच यार्ड के समीप ही राखड़ पाटा जा रहा है तो दूसरी हाइटेंशन टॉवर के समीप ही पोकलेन लगाकर खोदाई की जा रही है।

अनुमति के इंतजार में चरमराई बिजली व्यवस्था के बीच गुजर रही भीषण गर्मी

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भैंसमा में पावर ग्रिड के स्टेशन के पीछे से ही हाइवे गुजर रही है। पावर ग्रिड के स्टेशन के स्वीच यार्ड से निर्माणाधीन हाइवे की दूरी अधिक नहीं है। सड़क निर्माण के लिए बीते कुछ दिनों से अधिक मात्रा में राखड़ पाटा जा रहा है। राखड़ पाटने के बाद उसके ऊपर मिट्टी फिलिंग जल्द नहीं कराया जा रहा है। इस वजह से हवा चलते ही राखड़ उड़कर स्वीच यार्ड तक पहुंच रही है। स्वीच यार्ड में महंगे उपकरण लगे हुए हैं। इसे डस्ट से बचाना जरुरी होता है। राखड़ की वजह से उपकरण शार्ट हो सकते हैं।

इसी तरह तरदा के पास ठेकेदार ने सड़क निर्माण के लिए काम शुरु किया है। जिस जगह पर हाइवे के लिए पोकलेन की खोदाई की जा रही है। वहां पर हाइटेंशन लाइन गई हुई है। हाइटेंशन टॉवर से लगी जमीन की धड़ल्ले से खोदाई की जा रही है। नियमों केे मुताबिक टॉवर से ४० मीटर के आसपास खोदाई नहीं की जा सकती। जिस तरह से मिट्टी खोदाकर निकाला जा रहा है उससे बारिश में परेशानी बढ़ सकती है। बारिश की वजह से मिट्टी का कटाव अधिक होता है इससे पकड़ ढीली हो सकती है।
कई प्रदेशों को जाती है बिजली
भैसमा स्थित पॉवर ग्रिड देश के अलग-अलग हिस्सों से सीधे तौर पर जुड़ी हुई है। कई प्रदेशों को बिजली ग्रिड के माध्यम से भेजी जाती है। ग्रिड के रखरखाव को लेकर अधिकारी बेहद गंभीर है। पावर ग्रिड ने इस संबंध में एनएचएआई को पत्र लिखा है। साथ ही कहा कि पूरी तरह से सावधानी बरती जाए ताकि लाइन किसी तरह प्रभावित न हो।
गार्डन के काम में इतनी मनमानी, लोगोंं में आक्रोश
शारदाविहार सामुदायिक भवन के सामने ही तालाब का निर्माण निगम ने शुरु किया गया था। जिस ठेेकेदार को काम मिला था। उसने कुछ महीने काम करने के बाद अब बंद कर दिया है। भूमिपूजन के दौरान सपना दिखाया गया था कि मार्च तक इसे पूरा कर लिया जाएगा। जून तक की स्थिति में 70 फीसदी काम शेष है। सभापति के वार्ड में इस तरह की मनमानी ठेकेदार और अधिकारी कर रहे हैं। लोगों में इसे लेकर आक्रोश व्याप्त है।
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