मौत बनकर गिरी बिजली, बाड़ी में स्नान कर रही दो बहनों की ले ली जानप्रस्तावित जमीन में अधिकांश वन भूमि है। मदनपुर (Madanpur) से लेकर मोरगा से लगे जमीन का अधिग्रहण की प्रक्रिया होनी है। हालांकि वन भूमि की वजह से फॉरेस्ट क्लीयरेंस अब तक नहीं मिल सका है। इसके लिए पेड़ों की कटाई से पहले उनकी संख्या वन मंत्रालय भेजी जाएगी। वनमंडल कटघोरा द्वारा पेड़ों की गिनती का काम पिछले एक साल से किया जा रहा है। इससे पहले भी वनकर्मी ग्राम मोरगा में जाकर पेड़ों की कटाई का काम कर रहे थे। इसका विरोध ग्रामीणों ने किया था।
इस बात से भड़क गया युवक, बड़ा कोटवार बना है कह कर करने लगा गाली-गलौज, मना किया तो डंडे से पीट-पीटकर हाथ-पैर तोड़ा एक बार फिर ग्रामीणों ने वन कर्मियों पर आक्रोश दिखाया। वन विभाग (Forest department) के केंदई रेंजर एके चौबे ने बैठक मेेंं ग्रामीणों को बुलाया था। मोरगा के जुनापारा मोहल्ले में इसके लिए बैठक भी रखी गई। बैठक में कोई पहुंचा ही नहीं। इसलिए बैठक को निरस्त कर दिया गया। बताया जा रहा है कि 2020 तक एपीएमडीसी द्वारा खनन शुरू करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए पेड़ कटाई अब तक नहीं हो सका है।