शहर में जहरीले संाप को चंद मिनटों में पकडऩे वाले अविनाश यादव ने एक दिन पहले ही बताती से ब्लैक किंगकोबरा को पकड़कर लाया था। इसके बाद उसे अपने सीएसईबी के आवासीय परिसर में रखा था। स्थानीय लोगों ने वन विभाग से शिकायत की थी कि कॉलोनी मेेंं जहरीले सांप रखने से खतरा बना रहता है।
वन विभाग ने गुरुवार की दोपहर जब उसके घर पर दबिश दी तो कमरे में किंग कोबरा मिला इसके बाद उसको अपने कब्जे में लिया गया। हालांकि इस दौरान अविनाश के घर पर और सांप नहीं मिले। अविनाश यादव के खिलाफ वन्य प्राणी अधिनियम के तहत वन विभाग द्वारा कार्रवाई की गई है। हालांकि शिकायत मेेंं कहा गया था कि सांपों का जहर भी बेचा जा रहा है जो कि पूरी तरह से झूठी निकली।
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किंगकोबरा चोटिल, भेजा जाएगा कानन पेंडारी
किंगकोबरा चोटिल अवस्था में पाया गया है। इसलिए वन विभाग अब किंगकोबरा को कानन पेंडारी भेजने की तैयारी में है। इसकी फोटो कानन पेंडारी भेजी गई थी। जहां से चोटिल होने की पुष्टि होने पर अब विभाग इसे भेजने जा रहा है। पहली बार कोरबा में अविनाश ने ब्लैक किंग कोबरा पकड़ा है। इससे पहले भी अविनाश यादव ने ही कुछ दिन पहले एक और किंग कोबरा को पकड़ा था।
अविनाश ने नियम तो तोड़ा, लेकिन वन विभाग ने कभी नहीं किया सहयोग
घरों में निकलने वाले सांप को अब तक अविनाश जंगल में छोड़ता रहा है, लेकिन अब जंगल से वन्यजीवों को पकड़कर अपने घर पर रखा था, जो वन्य प्राणी अधिनियम के खिलाफ है। ब्लैक किंग कोबरा इतना खतरनाक है कि कई को नुकसान पहुंचा सकता है। सांप को पकडऩे के बाद अविनाश ने वन विभाग को सूचना नहीं दी थी। इसलिए उस पर कार्रवाई हुई।
दूसरी तरफ वन विभाग ने भी कभी भी सांपो को पकडऩे वालों के लिए सहयोग नहीं किया। तीन साल पहले बात कही गई थी कि प्रति सांप पकडऩे पर मानेदय तय किया जाएगा, लेकिन शासन से इसकी स्वीकृति नहीं मिली थी।
-शिकायत के आधार पर अविनाश के घर पर दबिश दी गई थी। घर से किंगकोबरा को अपने कब्जे में लिया गया है। चूंकि ये सांप किसी घर से नहीं पकड़ा गया था। जंगल से वन्यजीव पकड़कर अपने घर पर रखना गलत है। इसलिए वन्य प्राणी अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई है- संजय लुथर, एसडीओ, वन विभाग