रविवार को मौसम ने करवट ली। दोपहर करीब एक बजे गरज चमक के साथ तेज वारिश होने लगे। इससे बचने के लिए राहगीरों ने अलग-अलग स्थान पर शरण ली। हरदीबाजार चौकी अंतर्गत ग्राम रलिया निवासी रमेश कामरो 45 रविवार को अपने नाबालिग पुत्र के साथ पैदल ग्राम मनगांव जा रहा था। अपने रिश्तेदार के घर से कुछ ही कदम दूर था कि तेज बारिश होने लगी। इससे बचने के लिए रमेश ने गांव के खंडहर मकान में पुत्र के साथ शरण ली। इस बीच मकान के पास आकाशीय बिजली गिरी। रमेश की मौत हो गई। उसके नाबालिग पुत्र की जान बाल बाल बची। दूसरी घटना भी इसी गांव के करीब हुई।
दीपका झाबर में रहने वाला अजमेर सिंह 45 रिश्तेदार के घर जा रहा था। बारिश से बचने के लिए अजमेर ने ग्राम मनगांव के निकट मकान में शरण ली। आकाशीय बिजली गिरी और अजमेर ने दम तोड दिया। तीसरी घटना दीपका थाना क्षेत्र के गांव झांझ की है। गांव में रहने वाले विनोद सारथी की 10 वर्षीय बच्ची घर के पास आम के पेड़ से झूल रही थी। पिता विनोद चंद कदम की दूरी पर खड़ा था। इस बीच गाज गिरी और इसकी चपेट में आकर एलिसा आ गयी और मौके पर ही मौत हो गई। उसके पिता लक्ष्मीनारायण की जान बाल बाल बची।
चौथी घटना दीपका थाना क्षेत्र के गांव तिवरता के पास हुई। गाज गिरने से राहगीर वनवासी धनुहार 35 की मौत हो गई। वह जांजगीर जिले का निवासी बताया गया है। बाइक से कहीं जा रहा था। रास्ते में मौसम खराब हो गया। इससे बचने के लिए वनवासी ने पेड़ के नीचे रुक गया। गाज गिरने से मौत हो गयी। उसकी जेब से एक पहचान पत्र मिला है। इसमें मृतक पहचान वनवासी से की गई है। चारों मामले में पुलिस ने मर्ग कायम कर लिखापढी कर ली है।
बुधवारी-घंटाघर मार्ग में जमा पानी- रविवार को दोपहर करीब 12.30 बजे तेज हवा, गर्जना के साथ झमाझम बारिश हुई। यह सिलसिला करीब घंटे तक चला। इस दौरान तेज गर्जना और बिजली की चमक से लोग जहां थे वहीं ठहर गए। नगर पालिक निगम की सफाई व्यवस्था की एक बार फिर बारिश ने पोल खोलकर रख दी। बुधवारी-घंटाघर मार्ग में पानी निकासी की पर्याप्त व्यवस्था नहीं होने तथा नाली जाम होने से सड़क पर पानी भर गया। इसी तरह ट्रांसपोर्ट नगर मुख्य मार्ग, बुधवारी बायपास सहित कई अन्य सड़कों पर पानी का जमाव हो गया। बारिश बंद होने के बाद लोगों का आवागमन शुरू हुआ, लेकिन सड़क में भरे पानी ने उनकी परेशानी बढ़ा दी। इस दौरान कई स्थानों पर दुर्घटना का शिकार होने के कई वाहन सवार बच गए।