सराफा व्यापारी दंपती ने चीतापाली के जंगल में पीया जहर, पत्नी की मौके पर मौत, पति ने अस्पताल में तोड़ा दम डायरेक्टर पुलिस की पकड़ में नहीं आ रहे थे। इस बीच पुलिस को पता चला कि कंपनी के डायरेक्टर मुनिन्दर लिखारे उम्र 38 वर्ष निवासी ग्राम लोहीखेड़ा, जिला छिंदवाड़ा मध्यप्रदेश और आशीष गुप्ता उम्र 31 साल विजयनगर इंदौर मध्यप्रदेश के सिहोर जेल में बंद हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही थी। सूचना सही पाए जाने पर मुनिन्दर और आशीष गुप्ता को पुलिस ने सिहोर जेल से प्रोडक्शन रिमांड पर कोरबा लाया है। कुसमुण्डा थाने में आरोपियों से पूछताछ की गई। इसमें आरोपियों ने धोखाधड़ी से संबंधित कई महत्वपूर्ण जानकारियां दी है। इसकी जांच चल रही है।
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पुलिस को पूछताछ में पता चला है कि कंपनी के डायरेक्टरों ने निवेशकों के पैसों से कोरबा के विश्राम रेसिडेंसी में दो दुकानें खरीदी। रायपुर की तेलीबांधा स्पार्क प्लाजा में चार दुकानें खरीदी। बिलासपुर के निगम काम्पलेक्स में भी चार दुकानों को पैसे पर लिया। इसके अलावा रायपुर-बिलासपुर नेशनल हाइवे के किनारे तरपोंगी गांव में करीब 22 एकड़ जमीन खरीदी। पुलिस ने कोरबा के विश्राम रेसिडेंसी में खरीदी गई दुकानों के संबंध में उस दस्तावेजों को जब्त किया है। दुकानों की कुर्की के लिए कलेक्टर कोर्ट में अर्जी दायर करने की बात कही है। पुलिस ने बताया कि बीएन गोल्ड का एक अन्य डायरेक्टर सचिन दामोर जिला झबुआ थाना थानदला का रहने वाला है। वह पहले ही पुलिस की गिरफ्त में आ चुका है।