scriptएक जुलाई से प्लास्टिक को कहना है ना, लेकिन विकल्प का पता नहीं | Have to say no to plastic from July 1, but don't know the alternative | Patrika News

एक जुलाई से प्लास्टिक को कहना है ना, लेकिन विकल्प का पता नहीं

locationकोरबाPublished: Jun 30, 2022 05:03:55 pm

Submitted by:

CHOTELAL YADAV

कोरबा. शहर में भी एक जुलाई से प्लास्टिक को पूरी तरह से ना कहना है। लेकिन, अभी लोग इसके लिए तैयार नहीं हैं। रोजाना बड़ी मात्रा में सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग किया जा रहा है। एक जुलाई से इसके उत्पादन, भंडारण, वितरण, विक्रय और उपयोग पर रोक लग जाएगी।

एक जुलाई से प्लास्टिक को कहना है ना, लेकिन विकल्प का पता नहीं

एक जुलाई से प्लास्टिक को कहना है ना, लेकिन विकल्प का पता नहीं

उद्योगों में इसका उत्पादन और दुकानदारों ने स्टॉक करना बंद कर दिया है। लेकिन, बाजारों की दुकानें अभी भी इनसे भरी हुई हैं। लोगों के सामने इसे आदत से निकालना चुनौती होगी।


शादी-विवाह हो या अन्य कायक्रम, सभी में सिंगल यूज प्लास्टिक उपयोग होता है। प्लास्टिक से बने गिलास, कप, कटोरी, चम्मच के बिना कार्यक्रम नहीं होते। थर्माकोल के दोने, प्लेट और कप का भी उपयोग होता है। इनका इस्तेमाल केवल एक बार होता है। इनकी रिसाइकिलिंग भी कठिन होती है। इसलिए ये पर्यावरण को भी हानि पहुंचाते हैं। नगर निगम शहर में सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग पर प्रतिबंध के लिए जागरुकता अभियान चलाने की बात तो करता है, लेकिन उसका ज्यादा असर नजर नहीं आता। हालांकि सिंगल यूज प्लास्टिक के विक्रेताओं ने अपना स्टॉक कम कर दिया है, लेकिन कई सामग्री में इसका इस्तेमाल अब भी हो रहा है। सब्जी-फल खरीदने वाले अमानक पॉलीथिन का ही उपयोग करते हैं। बहुत कम लोग थैला लाते हैं। किराना दुकान व दूसरी सामग्री की पैकिंग में भी इसका उपयोग किया जाता है।


0 विकल्प दिया नहीं, लगाया प्रतिबंध


सिंगल यूज़ प्लास्टिक के निर्माण एवं उपयोग के सम्बंध में प्रतिबंध को लेकर व्यापारियों में नाराजगी देखी जा रही है। कारोबारियों ने इसका विकल्प दिए बिना रोक को असुविधाजनक बताया है। सभी निर्माता-व्यापारियों को एक जुलाई से 18 वस्तुओं का विक्रय व निर्माण नहीं करना है।


0 इनका इस्तेमाल प्रतिबंधित
सिंगल यूज प्लास्टिक से बने बड्स (इयर बड, गुब्बारों की डंडी, कैंडी, आइसक्रीम की डंडी), कटलरी आइटम (प्लेट्स, कप, ग्लास, कांटे, चम्मच, चाकू, ट्रे), पैकेजिंग (मिठाई का डिब्बा, शादी कार्ड, सिगरेट पैकेट), अतिरिक्त आइटम 100 माइक्रोन से कम के फ्लेक्स बैनर, थर्माकोल से बनी वस्तुएं और सजावटी सामग्री आदि।

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