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स्वास्थ्य विभाग की लाइफ लाइन कहलाने वाली संजीवनी और महतारी एक्सप्रेस हुई बेपटरी, आधे वाहन खराब

locationकोरबाPublished: Jun 12, 2019 01:46:23 pm

Submitted by:

Vasudev Yadav

जिले में संचालित संजीवनी एक्सप्रसे(Sanjivani Express) 108 और महतारी एक्सप्रेस(Mahaari Express) 102 सुविधा के आधे से ज्यादा वाहन खराब हो चुके हैं। जो संचालित हो रहे हैं, उनमें भी अधिकतर वाहन खटारा हैं

स्वास्थ्य विभाग की लाइफ लाइन कहलाने वाली संजीवनी और महतारी एक्सप्रेस हुई बेपटरी, आधे वाहन खराब

स्वास्थ्य विभाग की लाइफ लाइन कहलाने वाली संजीवनी और महतारी एक्सप्रेस हुई बेपटरी, आधे वाहन खराब

कोरबा. आपात सुविधा में मरीजों को राहत देने के बजाय अब सरकारी एंबुलेंस(Government Ambulance) लोगों को झटका दे रहे हैं। जिले में संचालित संजीवनी एक्सप्रसे(Sanjivani Express) 108 और महतारी एक्सप्रेस(Mahaari Express) 102 सुविधा के आधे से ज्यादा वाहन खराब हो चुके हैं। जो संचालित हो रहे हैं, उनमें भी अधिकतर वाहन खटारा हैं
सरकारी एंबूलेंस(Government Ambulance) की गाडियां आधे रास्ते में खराब हो जाए तो जान आफत में पड़ जाती है। जिले में 11 संजीवनी 108 एंबुलेंस और 13 महतारी102 एंबुलेंस हैं। ये सभी कई वर्षों से शिहरों के खस्ताहाल और ग्रमीण क्षेत्रों जर्जर सडक़ों पर संचालित हो रहे हैं। वर्तमान में इनमें से लगभग आधे वाहन खराब हैं। जिसके कारण जिलेवासियों को सरकारी एंबुलेंस(Government Ambulance) की सुविधा नहीं मिल पा रही है। कुछ वाहन तो ऐसे भी हैं जो अब चलने लायक नहीं है। कई गाडिय़ां तो लाख किमी से भी अधिक चल चुकी है। बावजूद इसके इनका संचालन किया जा रहा है। जानकारी यह भी मिली है कि सरकारी एंबुलेंस की मरम्मत के लिए राज्य सरकार(State government) से हर माह निजी कंपनी जीवीके ईएमआरआई(Private Company GVK EMRI) का नियमित तौर पर राशि जारी की जाती है। लेकिन इसके बावजूद भी इनके मरम्मत में कोताही बरती जा रही है। जिसका खामियाजा सीधे तौर पर आपात स्थिति में फंसे जिले के मरीजों(Patients) को भुगतना पड़ रहा है।

जरूरी सुविधाएं भी नदारद
ज्यादातर सरकारी एंबुलेंस(Government Ambulance) से आवश्यक सुविधाएं भी नदारद हैं। यहां लगी शॉक मशीनें भी मरीजों के काम नहीं आ सकतीं क्योंकि उनमें पैड नहीं है। एंबुलेंस गाडिय़ों में ब्लड प्रेशर(Blood Pressure) नापने का उपकरण, एयर कंडीशनिंग सिस्टम(Air Conditioning System), मरीजों को संक्रमण से बचाने के लिए जरूरी निडिल डिस्ट्रॉयर(Nidil Destroyer) भी नहीं है। बताया जाता है कि कुछ सुविधाओं को हटाए जाने का फैसला कंपनी ने किया था।

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लेमरू में आज तक नहीं पहुंची संजीवनी की सेवाएं
वनांचल क्षेत्र में आज तक संजीवनी एक्सप्रेस(Sanjivani Express) 108 की सेवाएं शुरू नहीं हो सकी है। यहां सिर्फ एक महतारी एक्प्रेस(Mahaari Express) की एंबूलेंस(Ambulance) है। जिसके सहारे ग्रामीण क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाएं(health care) संचालित हो रही हैं। दरअसर महतारी एक्सप्रेस(Mahaari Express) की वाहन छोटी होने की वजह से दुर्गम क्षेत्रों में भी पहुंच जाती है। जबकि संजीवनी वाहन इस क्षेत्र में सफर नहीं कर पा रही है। लेमरू में संजीवनी के संचालन के लिए कोई खास सरकारी प्रयास भी नहीं हुए हैं।

कर्मचारियों की भी कमी, पहुंच रहे लेट
सरकारी एंबुलेंस(Government Ambulance) की संचालनकर्ता कंपनी जीवीके ईएमआरआई कंपनी(Private Company GVK EMRI) में कर्मचारियों की भी कमी है। जिसके कारण कॉल करने के सही लोकेशन बताने के बाद भी। वाहन ठीक समय पर जरूरतमंदों के पास नहीं पहुंच पा रहे है। जिसके कारण कई मरीज आपात सुविधा के अभाव में दम तोड़ देते हैं।

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