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Video- कहीं इंतजाम पूरे तो कहीं आधे-अधूरे, दिन भर हुई बारिश से भीग गए खुले में रखे धान

locationकोरबाPublished: Dec 17, 2018 09:38:57 pm

Submitted by:

Shiv Singh

– धान की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं होने पर समिति प्रबंधकों पर होगी कार्रवाई

कहीं इंतजाम पूरे तो कहीं आधे-अधूरे, दिन भर हुई बारिश से भीग गए खुले में रखे धान

कहीं इंतजाम पूरे तो कहीं आधे-अधूरे, दिन भर हुई बारिश से भीग गए खुले में रखे धान

कोरबा. उपार्जन केन्द्रों में खुले में रखे धान की पर्याप्त मात्रा में सुरक्षा नहीं होने के कारण भीग गए हैं। ऐसे में भीगे हुए धान का उठाव करने से राईस मिलर्स कतराते हैं। इसका पूरा नुकसान सरकार को उठाना पड़ता है। हालांकि सहकारी विभाग का कहना है कि केन्द्रों में धान की सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। जिले में २७ समितियों द्वारा ४१ उपार्जन केन्द्र संचालित हैं, जिन समितियों का प्रबंधन अच्छा है, उन्होंने पहले से ही केन्द्रों में त्रिपाल की पर्याप्त व्यवस्था करके रखी थी। जबकि कई केन्द्र ऐसे भी रहे जहां धान की एक बड़ी खेप बेमौसम बरसात की भेंट चढ़ गई है। हालांकि धान के भीगने के बाद इसे सुखाकर राईस मिलर्स को दिया जाता है। विभाग चाहे लाख दावे करे यथार्थ यही है कि राईस मिलर्स भीग चुके धान की मिलिंग से कतराते हैं। उठाव नहीं होने पर धान का पूरा नुकसान सरकार को उठाना पड़ता है।

धान की सुरक्षा समितियों का दायित्व
धान खरीदी के बाद इसकी सुरक्षा का पूरा दायित्व समितियों के कंधों पर होता है। धान को बारिश से बचाने के लिए सहकारी विभाग सहमति से वह जितना चाहे त्रिपाल की खरीदी कर सकते हैं। बावजूद इसके पैसे बचाने के लिए स्टॉक की तुलना में वांछित मात्रा में त्रिपाल की खरीदी नहीं की जाती। जिसके कारण बेमौसम बरसात होते ही धान के भीगने जैसी परिस्थतियां निर्मित हो जाती हैं।

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सोमवार तक ऐसी है धान खरीदी की स्थिति
सोमवार तक सहकारी विभाग ने २६ हजार ४४७ टन धान की खरीदी कर ली है। जिसके एवज में किसानों को खरीदी राशि 46 करोड़ 30 लाख एक हजार 296 रूपए बतौर समर्थन मूल्य तो बोनस की राशि के मौर पर सात करोड़ 93 लाख 43 हजार 40 रूपए का भुगतान किया गया है। अब तक कुल चार हजार 848 किसानो ने धान बेचा है।

75 प्रतिशत धान का उठाव पूरा
उपार्जन केन्द्रों से कुल ६६ राईस मिलर्स ने अब तक २० हजार ३७ टन धान का उठाव कर लिया है। यह कुल उपार्जित धान का ७५ फीसदी भाग है। हालांकि सोमवार को पूरे दिन बारिश होने के कारण केवल एक ही राइस मिलर ने १८ टन उठाव किया है। जबकि सोमवार को धान बेचने वाले किसानों की संख्या भी महज सात ही रही जिन्होंने ४७.५२ टन धान बेचा है।

– किसी भी उपार्जन केन्द्र से धान भीगने जैसे स्थिति सामने नहीं आई है। पूरे दिन केन्द्रों पर नजर बनाकर रखी गई है। लापरवाही पाए जाने पर समिति प्रबंधकों पर तत्काल कार्रवाई की जाएगी- एसके जोशी, नोडल सहकारी बैंक
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