एनजीटी के आदेश का ऐसा पालन, अधिकारी घर बैठकर कर रहे हसदेव की मॉनिटरिंग
- पर्यावरण विभाग के अधिकारियों की नाफरमानी, धरातल पर अब तक एक्शन प्लान नहीं उतरा

कोरबा. प्रदूषित हसदेव नदी के स्तर को सुधारने एनजीटी के आदेश पर अधिकारी घर बैठकर मॉनिटरिंग कर रहे हैं। एक्शन प्लान के एक भी बिंदु पर अब तक काम शुरू नहीं हो सका है। पर्यावरण विभाग के क्षेत्रीय अधिकारी आरपी शिंदे को पांच अन्य विभागों के साथ मिलकर काम करना है। आरओ शिंदे से इस मामले में जब जानकारी पूछी गई तो उनका कहना था हम काम कर रहे हैं। अब तक एक्शन प्लान पर कौन-कौन से कार्य किए गए। इस सवाल पर उन्होनें कहा कि हम मॉनिटरिंग कर रहे हैं। लेकिन मॉनिटरिंग का जरिया हर बार की तरह खानापूर्ति वाला ही किया जा रहा है।
दरअसल कहीं भी फील्ड पर कोई अधिकारी ना तो निकले हैं ना ही सैंपल लेकर जांच कर स्तर देखने की कोशिश की गई है। एनजीटी के मुताबिक हसदेव नदी के शहरी क्ष्ेात्र के २० किमी का दायरा प्रदूषित है। इसके स्तर को सुधारने के लिए पिछले एक माह से अधिकारी सिर्फ खानापूर्ति करने में लगे हुए हैं। अधिकारी दावा कर रहे हैं कि हम निर्धारित समयसीमा के बीच काम पूरा कर लेंगे, लेकिन धरातल पर काम कब शुरू होगा। इसे बताने से अधिकारी कतरा रहे हैं। अधिकारी कागजी रिकार्ड बनाकर एनजीटी को रिपोर्ट भेजने की तैयारी में है।
-हम काम शुरु कर चुके हैं। मानिटरिंग की जा रही है। एक्शन प्लान को समय पर पूरा कर लिया जाएगा- आरपी शिंदे, क्षेत्रीय पर्यावरण अधिकारी, कोरबा
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