कोरबा

गोकुलनगर में ढाई एकड़ में बनेगा गौठान, प्रदेश में शहरी क्षेत्र का होगा पहला, 15 दिन में काम पूरा करने के निर्देश

कलेक्टर सुबह निगम आयुक्त सहित अन्य अधिकारियों के साथ निकलीं निरीक्षण में

कोरबाMay 15, 2019 / 08:55 pm

Vasudev Yadav

गोकुलनगर में ढाई एकड़ में बनेगा गौठान, प्रदेश में शहरी क्षेत्र का होगा पहला, 15 दिन में काम पूरा करने के निर्देश

कोरबा. नरूवा, गरूवा, घुरवा बाड़ी विकास योजना के तहत जिले में शहरी क्षेत्र में गोकुलनगर में ढाई एकड़ में गौठान बनेगा। प्रदेश का यह पहला गौठान बनेगा जो शहरी क्षेत्र में होगा। इस गौठान को १५ दिन के भीतर कलेक्टर ने पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं। कलेक्टर बुधवार की सुबह निगम आयुक्त सहित अन्य अधिकारियों के साथ शहर में निरीक्षण के दौरान निकलीं।
कलेक्टर किरण कौशल ने सबसे पहले गोकुल नगर पहुंचकर की गई व्यवस्थाओं का जायजा लिया। कलेक्टर ने गोकुल नगर में पानी निकासी के लिए बनी नालियों को तत्काल साफ कराने के निर्देश दिए। साथ ही गोकुल नगर में प्रस्तावित गौठान निर्माण स्थल का भी निरीक्षण किया। इस स्थान पर पशुओं को पीने के लिए पानी के हौज और स्थापित पानी की टंकियों में पर्याप्त पानी की व्यवस्था के निर्देश दिए। गोकुल नगर में लगभग ढाई एकड़ भूमि पर सुसज्जित गौठान का निर्माण पशुओं के लिए किया जाना है। इस स्थान पर वर्तमान में उपलब्ध सुविधाओं को बेहतर बनाने के साथ-साथ पक्की ईंटों से पशुओं के बैठने के लिए प्लेट फार्म तैयार करने का काम तत्काल शुरू करने के निर्देश कलेक्टर ने नगर निगम के अधिकारियों को दिए। कलेक्टर ने इस गौठान को शहरी क्षेत्र का प्रदेश के पहले गौठान के रूप में विकसित करने के निर्देश दिए। पशुओं के लिए शेड और पैरा की भी पर्याप्त व्यवस्था के निर्देश कलेक्टर ने दिए। इस स्थान की वारवेट वायर से फेंसिंग कराकर पशुओं की सुरक्षा का इंतजाम भी करने के निर्देश दिए। इस दौरान नगर निगम के आयुक्त एसके दुबे, अपर आयुक्त अशोक शर्मा सहित एसडीएम बीएस मरकाम और अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।

गोकुल नगर में मिनी कांजीहाउस बनेगा
कलेक्टर ने कांजी हाउस की फेंसिंग का काम शुरू करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होनें कांजी हाउस के साथ ही मिनी पशु औषधालय स्थापित करने के निर्देश पशु ुचिकित्सा विभाग के अधिकारियों को दिए। गोकुल नगर में यह कांजीहाउस 90 गुणा 30 वर्गमीटर क्षेत्रफल में बनेगा। इस कांजीहाउस में आवारा पशुओं के लिए शेड और चारे-पानी की व्यवस्था होगी। कलेक्टर ने गोकुल नगर बड़ी मात्रा इक_े हुए गोबर और गौमूत्र के समुचित निपटान के लिए बड़ा बायोगैस संयंत्र के निर्माण की कार्ययोजना बनाने के भी निर्देश अधिकारियों को दिए। कलेक्टर ने सीमामणी के नव निर्मित कांजीहाउस का भी निरीक्षण किया और उसके समुचित उपयोग के निर्देश दिए।

नालों में पटाव देखकर कलेक्टर हुई नाराज
मानसून को देखते हुए शहर में पानी निकासी के लिए तीन मुख्य बड़े नालों का कलेक्टर ने निरीक्षण किया। सीतामणी के पास चांपा मार्ग पर शनिमंदिर नाले में पटाव पर उन्होंने अधिकारियों के प्रति नाराजगी जताई। कलेक्टर ने नाले को बरसात के मौसम के पहले साफ कराने के निर्देश दिए। कलेक्टर बालको संयंत्र द्वारा स्थापित राखड़ डेम से बेलगरी नाले में राखडय़ुक्त पानी के सीपेज को भी रोकने के लिए जरूरी इंतजाम करने तत्काल बालको प्रबंधन को पत्र लिखने के निर्देश दिए। इसके अलावा ढेंगूरनाला में फ्लाईऐश जमाव को भी देखा और सीएसईबी के अधिकारियों को समक्ष बुलाने के निर्देश दिए। इसके पहले कलेक्टर ने अमृत मिशन के तहत कोहडिय़ा में निर्माणाधीन जल शोधन संयंत्र का भी निरीक्षण किया और प्रस्तावित सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट स्थल का अवलोकन किया। कलेक्टर ने सीतामणी स्थित राज्य बाल कल्याण परिषद द्वारा संचालित आशीर्वाद भवन को वृद्धों तथा दिव्यांगों के पुनर्वास के लिए उपयोग करने पर भी नगर निगम के अधिकारियों से चर्चा की। सीतामणी स्थित देवांगन पारा आंगनबाड़ी केंद्र का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता से बच्चों की नियमित उपस्थिति और उन्हें खिलाये जाने वाले भोजन के बारे में पूछा।

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.