जनता रही घर के भीतर, कफ्र्यू से तोड़ी कोरोना की कमर, शाम पांच बजते ही लोगों ने बजाई ताली और थाली
कोरबा. घर पर रहकर जनता ने कफ्र्यू के माध्यम से कोरोना की कमर तोडऩे कोई कसर नहीं छोड़ी। शहर सहित पूरे जिले में सुबह से लेकर दिन भर सन्नाटा पसरा रहा। आम लोग व्यापारी समेत समूचा शहर घरों में रहकर कोरोना से लडऩे का संदेश दिया। इधर शाम पांच बजते ही लोग अपने घरों की छत और बालकनी में निकलकर थाली और ताली बजाकर एक-दूसरे का आभार जताया साथ ही इस वायरस से लडऩे के लिए एकजुटता भी दिखाई।
जनता कफ्र्यू के लिए लोगों ने पहले से ही पूरी तैयारी कर रखी थी। रविवार की सुबह पांच से छह बजे तक सिर्फ अखबार वितरण और दूध वितरण का काम हो सका। इसके बाद सात बजे से जनता कफ्र्यू का नजारा दिखने लगा। सुबह नौ बजे जहां आम दिनों में रविवार को शहर के गार्डन, सड़कों व फुटपाथ पर लोगों की चहल-पहल रहती है, कफ्र्यू के दिन इन जगहों पर सन्नाटा पसरा हुआ था। लोग सुबह मार्निंग वॉक पर भी बाहर नहीं निकलेें।
लोगों ने अपने घरों व बालकनी में ही व्यायाम कर दिनचर्या की शुरुआत की। जनता कफ्र्यू का व्यापक तौर पर असर दोपहर 12 बजे के बाद दिखाई दिया। एक भी वाहन, आम लोग सड़कों पर नहीं दिखे। सिर्फ मुख्य मार्ग ही नहीं मोहल्लों व कॉलोनियों की गलियां भी वीरान रहे। यही नजारा दोपहर चार बजे तक दिखाई दिया। इधर लोग शाम पांच बजे का इंतजार करते रहे। पांच बजते ही लोग घरों की छत और बालकनी में निकले। ताली व थाली बजाकर कोरोना वायरस से लडऩे के लिए एकजुटता का परिचय दिया। साथ ही एक-दूसरे का आभार भी व्यक्त किया।