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दीपका में भारी वाहनों का दबाव सबसे अधिक है। दीपका खदान से कोल वासरी तक जाने के लिए अब तक नगर के बीच बनी गौरव पथ का इस्तेमाल करने की छूट प्रशासन ने दे रखी है। लोगों की समस्या देखते हुए शक्तिनगर से विजयनगर होते हुए बायपास सड़क का निर्माण कराया गया है। लोगों की उम्मीद बंधी थी इसके बनने के बाद नगर के बाहर से भारी वाहन चलेंगे। लेकिन सड़क बने एक साल हो चुका है। उसके बाद भी भारी वाहनों का परिवहन दीपका रेलवे क्रासिंग से बेरियर होते हुए हो रही है। दीपका के भीड़भाड़ वाले इलाके से भारी वाहनों का गुजारा जा रहा है।
दीपका में भारी वाहनों का दबाव सबसे अधिक है। दीपका खदान से कोल वासरी तक जाने के लिए अब तक नगर के बीच बनी गौरव पथ का इस्तेमाल करने की छूट प्रशासन ने दे रखी है। लोगों की समस्या देखते हुए शक्तिनगर से विजयनगर होते हुए बायपास सड़क का निर्माण कराया गया है। लोगों की उम्मीद बंधी थी इसके बनने के बाद नगर के बाहर से भारी वाहन चलेंगे। लेकिन सड़क बने एक साल हो चुका है। उसके बाद भी भारी वाहनों का परिवहन दीपका रेलवे क्रासिंग से बेरियर होते हुए हो रही है। दीपका के भीड़भाड़ वाले इलाके से भारी वाहनों का गुजारा जा रहा है।
जाम के साथ दुर्घटना की आंशका बनी रहती है। स्थानीय लोग भी इसकी मांग कर चुके हैं। लेकिन प्रशासन और एसईसीएल प्रबंधन द्वारा इसके लिए सुध नहीं ली जा रही है। कटघोरा विधायक पुरूषोत्तम कंवर ने एसईसीएल गेवरा प्रबंधन को पत्र लिखकर कहा है कि इस मार्ग पर भारी वाहनों को बायपास पर डायवर्ट कर पूरी तरह से जल्द प्रतिबंध लगाया जाए।