इधर टिकट घोषणा के बाद ज्योतिनंद दुबे भाजपा जिलाध्यक्ष अशोक चावलानी के कार्यालय पहुंचे। जहां सांसद महतो, अशोक चावलानी, राजेन्द्र अग्रवाल, योगेश जैन समेत अन्य पदाधिकारियों ने दुबे से मुलाकात की, लेकिन यहां भी कई गुट नदारद रहे। वर्तमान सांसद डॉ. महतो ने प्रत्याशी को लेकर कहा कि पार्टी का निर्णय सर्वोपरि है। एकजुट होकर चुनाव लड़ेंगे। अंतरकलह वाली बात नहीं है।
१७ साल मजदूरी फिर विस चुनाव में हार के बाद खाद्य आयोग का अध्यक्ष, अब सांसद का टिकट
ज्योतिनंद दुबे दीपका क्षेत्र से ताल्लुक रखते हैं। ११वीं तक शिक्षा लेने के बाद १७ साल तक दुबे एसईसीएल के खदान में बतौर मजदूर रहे। इसके बाद काम छोडक़र भाजपा से जुड़े। भाजपा ने २००८ में कटघोरा विधानसभा से दुबे को टिकट दिया। लेकिन बोधराम कंवर ने लगभग साढ़े ६ हजार वोट से दुबे को पराजित कर दिया था। इसके बाद दुबे को हस्तशिल्प कला बोर्ड का सदस्य बनाया गया। दुबे ने २०१३ में भी कटघोरा से टिकट मांगी थी। लेकिन टिकट नहीं मिलने पर ज्योतिनंद दुबे को रमन सरकार में खाद्य आयोग का अध्यक्ष बनाया गया था। २०१८ में भी दुबे कटघोरा से टिकट मांग रहे थे। लेकिन उनको टिकट नहीं मिल सकी थी। दुबे के भाई नगर पालिका दीपका में वर्तमान अध्यक्ष हैं।
पत्रिका से दुबे ने कहा- कांग्रेस से मुकाबला, जोगी रहेंगे बेअसर
टिकट घोषणा के बाद पत्रिका से बातचीत मेें ज्योतिनंद दुबे ने कहा कि हमारा मुकाबला कांग्रेस से ही होगा। अगर अजीत जोगी मैदान में आते हैं तो बेअसर साबित होंगे। हम राष्ट्रवाद और विकास के नाम पर चुनाव लड़ेंगे। राष्ट्र बचाना है तो मोदी को जिताना है। जितना काम पीएम मोदी ने कराया है उतना काम कभी भी इस देश में नहीं हुआ है। कोरबा का हक डीएमएफ फंड दिया गया। कोरबा लोकसभा मजदूरों वाला है। मैं खुद मजदूर रहा हूं। मजदूरों का दर्द समझता हूं। भूविस्थपितों के साथ पहले भी खड़ा था। अब भी खड़ा हूं। लखन के बयान पर दुबे ने कहा कि मैं उनकी बयान को नहीं सुना हूं। उनके साथ ही दो दिन से कार्यक्रम में था। विधानसभा चुनाव में पार्टी में अंतरकलह नहीं था। कांग्रेस के झूठे वादों से वोट गुमराह हुए थे। जनता अब समझ चुकी है। केंद्र की योजनाओं पर भाजपा उतरेंगी।
लखन बोले ज्योति ने हराने का काम किया, टिकट घोषणा के बाद रेलवे स्टेशन में मान मन्नौवल
रविवार को पार्टी का कोरबा व रामपुर मेंं कार्यकर्ता सम्मेलन था। इस दौरान मीडिया से चर्चा के दौरान पूर्व संसदीय सचिव लखनलाल देवांगन ने ज्योतिनंद दुबे पर कई गंभीर आरोप लगाए। देवांगन से पूछा गया कि अगर ज्योतिनंद दुबे को टिकट मिलता है तो क्या आप सहयोग करेंगे। इसपर देवांगन ने कहा कि मेरे विधानसभा चुनाव के दौरान दुबे ने हराने का काम किया था। दुबे ने जमकर भीतरघात किया था। अगर दुबे को टिकट मिलता है तो मैं भी हराने का काम करूंगा। इस बयान की जानकारी दुबे तक पहुंच चुकी थी। कोरबा लोकसभा प्रभारी शिवरतन शर्मा को रेलवे स्टेशन छोडऩे दुबे, लखन समेत कई नेता गए हुए थे। वहीं पर सूचना मिली की दुबे का टिकट तय हो चुका है। इसके बाद दुबे और लखन के बीच स्टेशन में ही गुफ्तगु हुई।
आज कांग्रेस और जकांछ प्रत्याशी की हो सकती है घोषणा
सोमवार को कांग्रेस और जकांछ दोनों ही अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर सकती है। कांग्रेस से ज्योत्सना महंत और जकांछ से अजीत जोगी सम्भवत: प्रत्याशी हो सकते हैं। प्रत्याशी को लेकर भाजपा में सबसे अधिक सस्पेंस था। कोरबा लोकसभा से तीनों प्रमुख चेहरों के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिल सकती है।