तमाम तरह के विवादों के बीच एक बार फिर प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन लिट्टे के प्रमुख वेलुपिल्लई प्रभाकरन का जन्मदिन गुरुवार को मनाया गया।
तमाम तरह के विवादों के बीच एक बार फिर प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन लिट्टे के प्रमुख वेलुपिल्लई प्रभाकरन का जन्मदिन गुरुवार को मनाया गया। हर साल की तरह इस बार भी एमडीएमके पार्टी के नेता वाईको और उनके समर्थकों ने प्रभाकरन के जन्मदिन को समारोह पूर्वक मनाया।
चेन्नई में हुए इस जन्मदिन समारोह के दौरान लोगों का मुंह मीठा किया गया। जश्न के ही क्रम में कई जगहों पर आतिशबाज़ी भी हुई।
यह पहली बार नहीं है जब एमडीएमके प्रमुख वाईको ने लिट्टे प्रमुख प्रभाकरन का जन्मदिन इस तरह से धूमधाम से मनाया हो। आलोचनाओं के बावजूद वे हर साल 26 नवम्बर की तारिख को प्रभाकरन का जन्मदिन मनाते हैं। गौरतलब है कि लिट्टे प्रमुख प्रभाकरन मारे जा चुके हैं।
लिट्टे प्रमुख प्रभाकरन के पक्ष में बोलने को लेकर वाइको पहले भी विवादों में आ चुके हैं। उनके खिलाफ पुलिस भी कई बार शिकंजा कस चुकी है। बावजूद उसके उनका प्रभाकरन प्रेम में ज़रा भी कमी नहीं आई हैं।
श्रीलंका के उत्तरी और उत्तर-पूर्वी क्षेत्रों में दो दशकों से भी ज़्यादा समय से सक्रिय लिट्टे को उग्रवादी संगठन घोषित किया जा चुका है। लिट्टे प्रमुख इसके संस्थापक वेलुपिल्लई प्रभाकरण थे जिसको श्रीलंका सेना ने 18 मई 2009 को मार गिराने का दावा किया था।
इस संगठन को एक समय दुनिया के सबसे ताकतवर गुरिल्ला लड़ाको में गिना जाता था। इस संगठन पर ही भारतीय प्रधानमंत्री राजीव गांधी (1991), और श्रीलंकाई राष्ट्रपति प्रेमदासा रनसिंघे (1993) सहित कई लोगों को मारने का आरोप था। भारत सहित कई देशों में यह एक प्रतिबंधित संगठन है।