ऐसे हुई ठगी
पुलिस ने बताया कि नोएड में कुछ युवक बीमा कंपनियों में काम करते हैं। गिरोह ने कंपनी में काम करने वाले लडक़ों से बीमा की अधिक राशि निवेश करने वाले ग्राहक का नाम निकलवाया था। फिर एक फर्जी नंबर पर सिम लिया था। नोएडा में रहने वाला अक्षर मिश्रा खुद को बीमा कंपनी का अधिकारी बताकर इकबाल से बात करता था। इकबाल को भरोसे मेें लेने के लिए ठगों ने बीमा का पूरा विवरण इकबाल को बताया था। ब्याज सहित बीमा की राशि लौटाने का झांसा दिया था।
आठ आरोपी पहले से गिरफ्तार
इस मामले के आठ आरोपी पहले से पुलिस की गिरफ्त में हैं। इसमें प्रशांत पाठक, अरविन्दर अजरिया, राजेश पाठक, जितेन्द्र शिवहरे, सुमीत दिक्षित, पुरुषोत्तम विश्वकर्मा और अक्षय मिश्रा शामिल हैं।