सबसे हैरत करने वाला काम तो मुख्य सेप्टिक टैंक है। कॉलोनी में कम से कम सौ से अधिक मकान व दुकानें हंै और इसके हिसाब से टैंक को छोटा बनाया गया। इसका परिणाम यह है कि अब टैंक से गंदा पानी ओवरफ्लो होते हुए सड़क व आसपास की खाली जगह में जमा है। नवंबर से निगम द्वारा इसका काम शुरू किया जाएगा।
पहले सेप्टिक टैंक साडा कॉलोनी के बीच में बनाने का डिजाइन पास हुआ था। बाद में आसपास के लोगों ने गंदगी और बदबू को देखते हुए इसका विरोध कर दिया गया और टैंक को कॉलोनी से थोड़ी दूरी पर निर्मित किया गया था। इसके लिए ठेकेदार को ज्यादा व्यय कर अधिक दूरी तक अतिरिक्त लाइन बिछानी पड़ी। लिहाजा ठेेकेदार ने सेप्टिक टैंक के साइज को ही कम कर दिया।