कोयला कामगारों के पेंशन फंड में लगभग ९० हजार करोड़ रुपए हैं। ३१ मार्च तक कोयला खान भविष्य निधि में जमा होने वाली राशि को मैनेज करने का अधिकार स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के पास था। पहली अप्रैल से रिर्जव बैंक ऑफ इंडिया ने एसबीआई पर पेंशन फंड को मैनेज करने पर रोक लगा दी है। एसबीआई के हिस्सा की फंड को मैनेज करने के लिए बिडिंग प्रोसेस के जरिए नए फंड मैनेजर की तलाश चालू की गई है। इसके लिए टेंडर प्रक्रिया जारी चल रही है।
यह भी पढ़ें
Breaking : घर में पकड़ कर रखा था ब्लैक किंग कोबरा, वन विभाग को भनक लगते ही दी दबिश, कब्जे में लिया…तीन साल तक मैनेजमेंट का अधिकार
भविष्य निधि और पेंशन फंड मैनेजमेंट का जिम्मा 31 मार्च तक एसबीआई की फंड मैनेजमेंट यूनिट, आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज प्राइमरी डीलरशिप और रिलायंस निपॉन लाइफ एसेट मैनेजमेंट (पहले रिलायंस कैपिटल एसेट मैनेजमेंट) के पास था। रिजर्व बैंक के नए आदेश के बाद भविष्य निधि संगठन ने एसबीआई के हिस्से को मैनेज करने मौजूद फंड मैनेजर्स के बीच बांट दिया है। -हम लोग सीएमपीएफ के फंड को मैनेजमेंट के लिए निजी कंपनी को सौंपने के खिलाफ हैं। इसका विरोध कर रहे हैं- नाथूलाल पांडे, श्रमिक नेता, एचएमएस -सीएमपीएफ फंड को मैनेज करने के लिए नए मैनेजर्स की तलाश की जा रही है। यह प्रक्रिया दो माह में पूरी करनी है। तब तक अस्थाई तौर पर एसबीआई के हिस्से के फंड मैनेजमेंट को मैनेज करने का जिम्मा निजी मौजूदा फंड मैनेजर्स के बीच बांटा गया है।
बीके राय, पूर्व सदस्य, सीएमपीएफ ट्रस्टीज बोर्ड