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16 साल और चलेगा मानिकपुर खदान, उत्पादन क्षमता में 1.4 मिलियन टन बढ़ोत्तरी की अनुमति

locationकोरबाPublished: Dec 08, 2018 11:27:27 am

Submitted by:

Shiv Singh

दिसंबर के पहले हफ्ते तक मानिकपुर से 3.5 मिलियन टन कोयला खनन

दिसंबर के पहले हफ्ते तक मानिकपुर से 3.5 मिलियन टन कोयला खनन

दिसंबर के पहले हफ्ते तक मानिकपुर से 3.5 मिलियन टन कोयला खनन

कोरबा. एसईसीएल मानिकपुर खदान की वार्षिक उत्पादन क्षमता में 40 फीसदी की बढ़ोत्तरी हुई है। चालू वित्तीय वर्ष में खदान से कंपनी 4.9 मिलियन टन कोयला खनन कर सकेगी। दिसंबर के पहले हफ्ते तक मानिकपुर से 3.5 मिलियन टन कोयला खनन किया गया है।

केन्द्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय की कमेटी ने मानिकपुर खदान के विस्तार को अनुमति दी है। खदान की वार्षिक उत्पादन क्षमता में 1.4 एमटी की बढ़ोत्तरी की है। इसके साथ ही मानिकपुर खदान की वार्षिक उत्पादन क्षमता 3.5 एमटी से बढ़कर 4.9 एमटी वार्षिक हो गई है। सरकार से हरी झंडी मिलने पर एसईसीएल प्रबंधन ने राहत की सांस की है।
हालांकि प्रबंधन मानिकपुर खदान की उत्पादन क्षमता 5.25 एमटी वार्षिक करना चाहता था। लेकिन कंपनी की प्रोजेक्ट रिपोर्ट का अवलोकन करने के बाद केन्द्र सरकार की कमेटी ने मांग के अनुसार बढ़ोत्तरी से इनकार कर दिया है।


76 एमटी का भंडार
एसईसीएल की मानिकपुर खदान में 76.22 मिलियन टन कोयले का भंडार है। 4.9 एमटी वार्षिक खनन होने से आने वाले 16 साल तक कोयला खनन हो सकेगा। सेंट्रल माइनिंग डिजाइन एंड प्लानिंग डिजाइन इंस्टीट्यूट की रिपोर्ट के अनुसार मानिकपुर खदान में लगभग 101 मिलियन टन कोयले का अनुमानित भंडार था। अभीतक 24. 78 मिलियन टन कोयले का खनन हो चुका है। 01 अप्रैल, 2018 की स्थिति में मानिकपुर में 76.22 मिलियन टन कोयले का अनुमानित भंडार है।


सीईसीबी को आपूर्ति
मानिकपुर खदान से छत्तीसगढ़ बिजली उत्पादन कंपनी के कोरबा पूर्व संयत्र को कोयले की आपूर्ति की जाती है। इसके अलावा सड़क मार्ग से अलग अलग कारखानों तक कोयला पहुंचाया जाता है।

मानिकपुर खदान खोलने के लिए वर्ष 1965-66 में 194 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया गया था। लेकिन उक्त क्षेत्र में कोयला खनन चालू नही हो पाया था। खदान के दूसरी ओर कोयला खनन किया जा रहा है। अब खदान के विस्तार को मंजूरी मिल गई है। प्रबंधन ने संबंधित क्षेत्रों से मिट्टी हटाने का कार्य चालू किया है।

चालू वित्तीय वर्ष में एसईसीएल को मानिकपुर खदान से 3.5 एमटी कोयला खनन की अनुमति थी। लक्ष्य को कंपनी ने दो दिन पूर्व प्राप्त किया है। इसके बाद कोयला खनन बंद हो गया है।


आउट सोर्सिंग पर खनन
मानिकपुर एसईसीएल का पहला ऐसा खदान है जहां 95 फीसदी कार्य आउट सोर्सिंग पर कराया जा रहा है। खनन से लेकर परिवहन और मिट्टी उत्खनन का काम ठेका कर्मी करते हैं।


-खदान से 1.4 मिलियन टन उत्पादन बढ़ाने की मंजूरी मिली है। माह के अंत तक कानूनी प्रक्रिया पूरी होने के बाद खनन चालू होगा। मिट्टी उत्खनन का कार्य चल रहा है।

-इंद्रजीत सिंह, उप महाप्रबंधक, मानिकपुर
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