महापौर के दावेदारों को एमआईसी में जगह मिलने के आसार
कांग्रेस के महापौर के कई दावेदार थे। जो कि असंतोष चल रहे हैं। उन्हें एमआईसी में जगह मिल सकती है। हालांकि दूसरे गुट के पार्षदों को टीम से बाहर रखा जा सकता है। इसके अलावा सभापति के भी कई दावेदार थे जिन्हें मौका नहीं मिला उन्हें भी महापौर अपनी टीम में शामिल कर सकते हैं।
माकपा, जकांछ को भी मिल सकती है अहम जिम्मेदारी
महापौर चुनाव मेंं अहम भूमिका अदा करने वाली माकपा और जकांछ के पार्षदों को भी अहम जिम्मेदारी मिल सकती है। दोनों ही दल से दो-दो पार्षद हैं। इसमें से १-१ पार्षद को विभाग दिया जा सकता है। इसकी भी अटकलें लगाई जा रही है। इसी तरह कुछ निर्दलियों को भी मौका मिल सकता है।
इन पार्षदों को मिल सकता है मौका
तीसरी बार अपने वार्ड से कांग्रेस का दबदबा कायम रखने वाले अमरजीत सिंह, सुनीता राठौर, सुनील पटेल, दूसरी बार जीत कर आने वाले संतोष राठौर, दिनेश सोनी, प्रदीप जायसवाल, पालूराम साहू को जिम्मेदारी मिल सकती है। इसी तरह पहली बार जीत कर आने वाले संतोष लांझेकर, सुरेन्द्र प्रताप जायसवाल, अनुज जायसवाल को एमआईसी में जगह मिल सकती है। इसके अलावा दर्री व बांकीमोंगरा से भी कुछ पार्षदों को मौका मिल सकता है।
एल्डरमेन के लिए भी जोड़तोड़ शुरु
इधर नगर निगम कोरबा में एल्डरमेन के लिए भी जोड़तोड़ शुरु हो चुकी है। निकाय चुनाव तक के लिए कोरबा निगम में एल्डरमेन की नियुक्ति को रोककर रखा गया था। जिन दिग्गजों को पार्षद चुनाव के लिए टिकट नहीं मिली थी। या जो हार गए थे। इसके अलावा संगठन के बड़े नेताओं को एल्डरमेन के तौर पर साकेत भेजने की तैयारी की जा रही है।
जिस वार्ड ने पार्षद से महापौर तक बनाया, वहां पहुंचे महापौर प्रसाद
महापौर राजकिशोर प्रसाद ने पदभार ग्रहण करने के दूसरे दिन वार्ड क्रमांक १४ पहुंचे। इसी वार्ड की जनता ने राजकिशोर प्रसाद को जिताया था। यहां कांग्रेस के लिए चुनौती कम नहीं थी। उसके बाद भी जनता ने अपना भरोसा प्रसाद पर जताया था। इसी वार्ड की जीत के साथ ही राजकिशोर प्रसाद महापौर की दौड़ में सबसे आगे हुए। वार्ड की जनता के बीच राजकिशोर पहुंचे। और जनता से किए गए वादों पर जल्द काम करने की बात भी कही। इस दौरान उनके साथ अधिक संख्या में लोग शामिल थे।