मड़वारानी के पास स्थित गांव भैंसामुडा के कुरिहा में रहने वाला दिलहरण धनवार (30) अपनी पत्नी सुमित्रा और 5 साल की बेटी को लेकर उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद में रोजी मजदूरी करने गया था। दिलहरण के साथ उसके मामा लक्ष्मीनारायण और मामी दिलबाई भी थी। लॉकडाउन में धनवार परिवार इलाहाबाद में फंस गया था। शनिवार की देर शाम यह परिवार अपने साधन से कनकी चेक पोस्ट बेरियर पर पहुंचे। यहां पर तैनात कर्मचारी ने परिवार के सदस्यों को क्वारंटाइन होने के लिए तरदा के पास भेज दिया। यहां ताला बंद होने के कारण परिवार के सदस्य जंगल के रास्ते पैदल अपने घर लौट रहे थे।
शनिवार की देर रात उनके घर पर ही कुरिहापारा भैंसामुडा के पास किसी ने जंगली सूअर का शिकार करने के लिए तार बिछाकर विद्युत से जोड़ दिया था। परिवार के सदस्य इस बात से अनजान थे। चलते-चलते दिलहरण का पैर प्रभावित तार पर पड़ गया तो वह जोर से चिल्लाया उस वक्त उसकी गोद में 5 साल की बच्ची भी थी। करंट लगते ही बच्ची को दिलहरण दूर फेंक दिया। लेकिन, खुद नहीं बच सका। घटनास्थल पर ही मौके पर ही मौत हो गई।
यह देखकर परिवारके अन्य सदस्य चीखने-चिल्लाने लगे और रोते बिखलते घर पहुंचे गां.व के लोगों को घटना की जानकारी हुई यो सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस केस दर्ज कर जांच कर रही है। किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। घटनास्थल पर मृत अवस्था में एक सूअर भी मिला है। पुलिस ने बताया कि घटना को लेकर स्थानीय लोगों से जानकारी जुटाई जा रही है। कुछ संदेहियों को पकड़कर पूछताछ की गई है। करंट लगाने वालों की पहचान नहीं हो सकी है। जल्द ही आरोपी पकड़े जाएंगे।