उपेक्षा की मार झेल रहे दर्री-गोपालपुर की सड़क पर भारी वाहनों का दबाव दिनभर रहता है। बड़़े वाहनों की वजह से उड़ते धूल की वजह से छोटे वाहन चालकों की परेशानी बढ़ गई है। खासकर बारिश थमने के बाद से धूल की दिक्कत ज्यादा हो रही है। इधर इस सबसे महत्वपूर्ण मार्ग पर पूर्व में जो स्ट्रीट लाइटें लगाई गई थी।
गोद लेने के बाद भूल गए उद्योग, अगर सुध लें तो परेशानी खत्म
शहर व उपनगरीय क्षेत्रों की कई सड़कें हैं जिन्हें कई साल पहले उद्योगों को जिम्मा दिया गया था। लेकिन समय के साथ उद्योगों ने इन सड़कों को लेकर अनदेखी शुरू कर दी। उद्योगों पर प्रशासन की सख्ती नहीं होने से लोगों की परेशानी बढ़ गई है। सर्वमंगला तिराहे से इमलीछापर तक एसईसीएल, रिस्दी चौक से परसाभाठा तक बालको प्रबंधन के ध्यान से लोगों की दिक्कत कुछ हद तक खत्म हो सकती है।