दरअसल वह अपनी माली हालत ठीक नहीं होने का भी हवाला दे रहे हैं। जिसके कारण फिलहाल बच्चों को मातृछाया के सुपुर्द कर दिया गया है। जहां बच्चे सुरक्षित हैं। बच्चों के नाना-नानी ने ही इस पूरे मामले की जानकारी बाल कल्याण समिति व महिला बाल विभाग के अधिकारियों को दी है।
Employee Corner : एसपी ने 13 इंस्पेक्टर को किया इधर से उधर, पढि़ए किसको मिला क्या प्रभार… अधिकारिक जानकारी के अनुसार बच्चों की मां ने भागकर अंतरजातीय प्रेमविवाह किया था। दो बच्चों का भी जन्म हुआ, लेकिन पति के आदतन शराबी होने के कारण रिश्ते में कड़वाहट घुल रही थी। अंतत: पति ने अपनी पत्नी और दो बच्चों को छोड़कर अपने रास्ते अलग कर लिए। जिसके बाद दोनों बच्चों की परवरिश मां अकेले कर रही थी। अब वह भी बच्चों को छोड़कर नए प्रेमी के साथ फरार हो गई है। जिससे बच्चों के सिर से मां और पिता दोनो का हाथ उठ गया है।
दहशत के साए में ग्रामीण, रात भर करना पड़ेगा रतजगा, नहीं तो कभी भी धम्मक-धम्मक आ सकती है मौत समिति को मां की तलाश
बाल कल्याण समिति भी इस मामले को लेकर उलझन में है। फिलहाल बच्चों को मातृछाया में रखकर वह पुलिस के माध्यम से बच्चों कि मां को तलाश रही है। चूंकि नाना-नानी ने पूरी कहानी बताकर बच्चों की परवरिश से हाथ पीछे खींच लिया है। इसलिए मां को तलाश कर समिति शपथपत्र लेना चाहती है कि अब उसका बच्चों से कोई वास्ता नहीं है, जिन्हें कोई भी गोद ले सकता है। जिसके बाद बच्चों को मातृछाया में ही रखा जा सके।
– बच्चे फिलहाल मातृछाया में सुरक्षित हैं। अंतरजातीय विवाह होने के कारण नाना-नानी बच्चों को रखने तैयार नही हैं। इसलिए मां से शपथ पत्र मिल जाए तो बच्चों को मातृछाया में रही रखा जाएगा- मधु पांडे, अध्यक्ष, बाल कल्याण समिति