मिट्टी परीक्षण भी पाठ्यक्रम में शामिल
नरवा-गरुवा-घुरुवा और बाड़ी योजना के साथ ही जैविक खाद, किसान क्रेडिट कार्ड, मिट्टी का परीक्षण, कीटनाशक दवाइयों की जानकारी, अच्छे बीज आदि के बारे में इस सत्र से भूगोल के छात्रों को पढ़ाया जाएगा। मिट्टी परीक्षण करने की व्यवस्था फिलहाल कॉलेजों में नहीं है, लेकिन जल्द ही इसकी व्यवस्था करने की बात कही जा रही है। मिट्टी परीक्षण कर छात्र किसानों को लाभ पहुंचा सकेंगे।
फील्ड वर्क पर फोकस
ग्रीन बेल्ट और स्मार्ट सिटी कान्सेप्ट को भी भूगोल के सिलेबस में शामिल किया गया है। छात्रों को थ्योरी से ज्यादा फील्ड वर्क करना होगा। उन्हें शहर व गांवों की हकीकत को जानने के साथ उनकी समस्याओं को दूर करने का काम करना होगा। अटल बिहारी वाजपेयी यूनिवर्सिटी (Atal Bihari Vajpayee University) ने पीजी के बदले गए सिलेबस की जानकारी वेबसाइट में अपलोड कर दी है।
किताबों को लेकर कंफ्यूजन
सरकार द्वारा पाठ्यक्रम में बदलाव तो करवाया गया है, लेकिन नरवा-गरुवा-घुरुवा और बाड़ी योजना की पढ़ाई के लिए किताबों का इंतजाम नहीं हो सका है। यह भी स्पष्ट नहीं है कि इसके लिए किताबें कहां से आएंगी। एक भ्रम यह भी है कि तत्काल इस विषय की पढ़ाई शुरू होगी या फिर इस वर्ष जो छात्र प्रथम सेमेस्टर में एडमिशन लेंगे, वही आगे चलकर चौथे सेमेस्टर में नरवा-गरुवा-घुरुवा और बारी योजना की पढ़ाई करेंगे।