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पहले खेत में बहाया पसीना अब मेहनत की कमाई के लिए सुबह से लाइन में

locationकोरबाPublished: Jan 14, 2022 01:14:25 pm

Submitted by:

Rajesh Kumar kumar

पहले खाद-बीज के लिए मारामारी। फिर बार-बार दगा दे रहे मौसम से किसी तरह फसल को बचाकर किसानों ने धान बेचा। अब अपनी मेहनत की कमाई लेने के लिए बंैकों के बाहर अन्नदाताओं की लंबी कतार लग रही है।

kishan

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यह तस्वीर बरपाली स्थित सहकारी बैंक के सामने की है। क्षेत्र के ज्यादातर किसानों का खाता इसी बैंक में है। धान बेचने पर मिली राशि खाते में जमा हुई है। इस रकम लेने के लिए किसानों की कतार सुबह से लग रही है।
हर बार यही स्थिति सामने आती है। जब अधिकारियों को कोरोना की गाइडलाइन के बीच इसकी जानकारी थी कि ग्राहकों की भीड़ उमड़ेगी फिर भी वैकिल्पक व्यवस्था करना मुनासिब नहीं समझा गया। स्थिति ये है कि बैंक के खुलने से पहले किसान सुबह पहुंच जा रहे हैं। यहां भी दो-दो दिन नंबर लगाने के बाद किसानों को रकम मिल पा रहा है।
इधर सहकारी बैंक ने ग्राहकों को एटीएम तो बांटा है, लेकिन क्षेत्र में एक भी एटीएम मशीन सहकारी बैंक ने नहीं लगाया है। सहकारी बैंक ने एक निजी बैंक से अनुबंध किया है उस बैंक के शहर में छोड़ बाकि जगह एक भी एटीएम मशीन नहीं है।

जिले में अब तक 24 हजार 511 किसानों का 207 करोड़ 49 लाख रूपए से अधिक का धान खरीदा जा चुका है। 55 उपार्जन केन्द्रों में समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी जारी है। जिले के किसानों से अब तक 10 लाख 69 हजार 563 क्विंटल धान सहकारी समितियों द्वारा समर्थन मूल्य पर खरीदा जा चुका है।
इसमें नौ लाख 59 हजार 185 क्विंटल मोटा और एक लाख नौ हजार 230 क्विंटल और एक हजार 148 क्विंटल पतला धान शामिल है। जिले में 14 जनवरी को धान बेचने के लिए एक हजार 365 किसानों को टोकन जारी किए गए हैं। इन किसानों से लगभग 64 हजार 853
क्विंटल धान की खरीदी की जाएगी।
कोरबा जिले में अभी तक मिलरों द्वारा कुल खरीदे गए धान में से लगभग 65 प्रतिशत धान का उठाव कर लिया गया है। मिलर्स ने खरीदी केन्द्रों से सात लाख तीन हजार 199 क्विंटल से अधिक धान उठा लिया है। जिला विपणन अधिकारी ने बताया कि जिले के खरीदी केन्द्रों से छह लाख 14 हजार 389 क्विंटल मोटा और 88 हजार 810 क्विंटल सरना धान का उठाव मिलरों द्वारा कर लिया गया है।

 

 

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