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कहीं केबल कटे तो कहीं लाइट खराब, पांच सडक़ों पर छाया अंधेरा, लोग परेशान

locationकोरबाPublished: May 21, 2019 12:38:35 pm

Submitted by:

Vasudev Yadav

स्टेशन मार्ग, वीआईपी मार्ग, जिला अस्पताल रोड सहित अन्य जगह बढ़ी दिक्कतें

स्टेशन मार्ग, वीआईपी मार्ग, जिला अस्पताल रोड सहित अन्य जगह बढ़ी दिक्कतें

कहीं केबल कटे तो कहीं लाइट खराब, पांच सडक़ों पर छाया अंधेरा, लोग परेशान

कोरबा. मुख्य मार्गों में कहीं केबल कट गए हैं तो कहीं लाइट ही खराब है। पांच सडक़ोंं पर पिछले कई दिनों से अंधेरा पसरा हुआ है। लोग परेशान है। निगम अब ठेका कंपनी से मरम्मत कराने का दावा कर रहा है।
पिछले दो साल के दौरान कोरबा शहर की ९८०० स्ट्रीट लाइटों को बदलकर एलईडी लगाई गई थी। लेकिन कई ऐसी सडक़ें जहां लाइटें पूरी तरह से बंद है। तो वहीं कुछ जगह आधी लाइटें बंद पड़ी है। उसके बाद भी सुधार कार्य में तेजी नहीं लाई गई। कुछ माह पूर्व लगातार पेंडिंग शिकायतों की वजह से निगम का निदान में ग्रेड ए से डी तक गिर गया था। इसके बाद निगम ने ठेकेदार को फिर से नोटिस जारी किया गया था। तब जाकर अब हर खंभे के लिए इंसुलेटर बॉक्स लगाया गया था। ताकि एलईडी लाइटें बिना किसी परेशानी के चले। शहर की जिस भी सडक़ पर शाम के बाद निकलें, हर ओर अंधेरा ही अंधेरा है। ठेका कंपनी की मनमानी की वजह से डेंजर जोन की सडक़ों पर अब लोग शाम के बाद गुजरने से कतराने लगे हैं। रिस्दी चौक से कोसाबाड़ी चौक तक, सीतामणी से भिलाईखुर्द मार्ग तक, चेकपोस्ट से लेकर रिस्दा तक, वीआईपी मार्ग तानसेन चौक से बुधवारी बाजार तक सहित शहर की ज्यादातर सडक़ों पर लगाई गई लाइटें या तो बंद पड़ी है, या फिर बंद-चालू हो रही है। इसके आलावा गली-मोहल्लों की तो हर दूसरी लाइटें बंद पड़ी है।

काफी जगह केबल भी बदला जा रहा
स्ट्रीट लाइटों के लिए पहले बिछाई गई केबल को भी कई जगह पूरी तरह से बदल दिया गया है। दरअसल काफी पुराने केबल को जोडक़र इससे पहले तक काम चलाया जा रहा था। इसके अलावा पाइपलाइन व मोबाइल नेटवर्क कंपनियों द्वारा भी केबल बिछाने के नाम पर स्ट्रीट लाइटों के केबल को काफी नुकसान पहुंचा था। इसके बाद इन केबल को बदला गया है।

एक माह में आ गईं १३६ शिकायतें
इस लचर व्यवस्था से लोगों में इतनी नाराजगी हैं कि इसका अंदाजा निगम में पहुंची शिकायतों की संख्या को देखकर ही लगाया जा सकता है। शिकायत निवारण प्रणाली में स्ट्रीट लाइटों को लेकर शिकायतें दर्ज कराने के लिए निदान ११०० या फिर ऑनलाइन किया जा सकता है। एक माह मेें १३६ शिकायतें दर्ज हुई।

वरिष्ठ अफसरों व माननीयों के इलाकों की स्ट्रीट लाइटें चकाचक
शहर की चुंनिदा वीआईपी सडक़ों की ही स्ट्रीट लाइटें जगमगा रही है। कलेक्ट्रोरेट के पीछे जिले के वरिष्ठ अफसरों की सडक़े, पंपहाउस मार्ग, अग्रसेन स्कूल रोड, व सीतामणी क्षेत्र की ही सडक़ोंं की स्ट्रीट लाइट की देखरेख में कंपनी मुस्तैदी से काम कर रही है। लेकिन आम लोगोंं की सडक़ों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।

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