करोड़ों की लागत से 12 साल पहले गेरवाघाट पुल का का निर्माण तो हुआ, लेकिन लगभग एक किलोमीटर लंबी एप्रोच रोड को प्रशासन अभी तक बना नहीं सका है। दूसरी सड़क पश्चिम क्षेत्र की ओर जाने वाली कोरबा-दर्री मार्ग की है। इसका निर्माण भी मानसून के पहले पूरा कर लेने का दावा किया गया था, लेकिन प्रशासनिक उदासीनता और राजनीतिक इच्छाशक्ति की कमी से दोनों मार्ग बदहाल हैं। गेरवाघाट एप्रोच रोड होकर दर्री की तरफ आना-जाना जान जोखिम में डालने जैसा है।