पहली बार बच्चा समझ कर घर तक पहुंचा दिया
पूछताछ में पता चला है कि गिरोह एक बाइक पर दो-दो करके वारदात को अंजाम देने पहुंचता था। एक बार पुलिस की गश्ती टीम ने बच्चों को रात में पकड़ा था। नाबालिग और मासूम समझकर घर तक छोड़ दिया था। वारदात करने से पहले गिरोह के सदस्य पुलिस की गश्ती टीम पर भी नजर रखते थे।
मानिकपुर क्षेत्र में दो चोरियों का खुलासा
गिरोह ने एसईसीएल के अधिकारी राजकुमार बजाज के आवास भी चोरी करना स्वीकार किया है। बाजाज कोरबा जीएम दफ्तर के पीछे आवासीय कॉलोनी में रहते हैं। उनके मकान से चोरों ने लैपटॉप, सोने चांदी की जेवरात सहित अन्य सामान की चोरी की थी। गिरोह ने रविशंकर शुक्ल नगर के एक स्टूडियो से भी कैमरा सहित अन्य सामान चोरी करना स्वीकार किया है।