करणी सेना द्वारा एक दिन पहले बुधवार को विरोध प्रदर्शन किया गया था। हालांकि पुलिस और प्रशासन दोनों की पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था की वजह से बहुत ज्यादा हंगामे की स्थिति नहीं रही। विरोध की स्थिति को देखते हुए गुरुवार को सुबह से दोनों ही थियेटर के बाहर पुलिस पुल तैनात रहा। हर शो के पहले और बाद में आने जाने वाले लोगों पर नजर रखी गई। बेरिकेट्स लगाकर सुरक्षा पुख्ता की गई। ताकि विरोध न हो सके। शुक्रवार को भी यह सुरक्षा व्यवस्था रहेगी। छुट्टी के दिन भीड़ ज्यादा होती है। इसके मदद्ेनजर व्यवस्था बढ़ाई जाएगी।
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कोई पैसे देगा, कोई खिलाएगा बोकरा भात, सभी से सब ले लेना पर वोट जोगी को देना गुरूवार को फिल्म पद्मावत के रिलीज होने से पहले बुधवार को दो प्रीमियम शो हुआ था। शाम छह से रात नौ बजे तक और नौ बजे से रात 12 बजे तक शो होने थे। इसके विरोध में बुधवार को करणी सेना के पदाधिकारियों ने कलेक्ट्रोरेट पहुंचकर सिटी मजिस्ट्रेट को फिल्म रिलीज नहीं करने देने और इसके विरोध को लेकर ज्ञापन सौंपा गया था। यह भी पढ़ें
नि:शुल्क उपचार कर इंसानियत का संदेश दे रहे चार डाक्टर फिल्म के प्रीमियम शो से पहले ही प्रशासन और पुलिस ने शहर के दोनों थियेटर में पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था कर रखी थी। सिटी मजिस्ट्रेट एनएस नैरोजी सहित अन्य पुलिस अधिकारी तैनात थे। करणी सेना के कुछ कार्यकर्ता थियेटर पहुंचे थे। यहां पर मैनेजर से 10 मिनट चर्चा के बाद कार्यकर्ता वापस लौट गए थे। इसी बीच एसपी मयंक श्रीवास्तव भी थियेटर भी पहुंचे थे जहां उन्होनें सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया था।