लड़कियों ने टेलीफोन पर बताया कि मंगलवार को भोपाल से भाड़े पर टैक्सी लेकर कोरबा के लिए निकले थे। कोरबा तक आने के लिए भोपाल के सिटी मजिस्ट्रेट ने पास जारी किया था। मंगलवार सुबह लगभग आठ बजे मध्यप्रदेश की सीमा से लगे छत्तीसगढ़ के बार्डर कवर्धा चिलपी पहुंचे। चेकपोस्ट पर तैनात पुलिस ने लड़कियों को आगे बढऩे की अनुमति नहीं दी। बार्डर पर रोक दिया।
राहत भरी खबर: पिछले पांच दिनों में कोरोना का कोई भी पॉजिटिव केस नहीं आया सामने, 170 सेंपलों की रिपोर्ट आना बाकी कोरबा आने के लिए लड़कियों ने कोरबा के कलेक्टर से भी मदद मांगी है। कवर्धा के प्रशासन ने भी मदद नहीं किया। पुलिस कवर्धा या कोरबा के मजिस्ट्रेट से पास जारी होने पर भी लड़कियों को आगे जाने की अनुमति देने की बात कह रही थी। शाम तक अनुमति नहीं मिली। इसके बाद स्थानीय प्रशासन ने लड़कियों को कवर्धा जिले में चिलपी के पास स्थित एक हॉस्टल में क्वारेंटाइन कर दिया।
लड़कियों ने बताया कि भोपाल से कोरबा आने के लिए दो लड़के भी उनके साथ हैं। दोनों लड़के कोरबा के निवासी है। उन्हें कवर्धा प्रशासन ने अलग स्थान पर ठहराया हुआ है। लड़कियों ने बताया कि वे भोपाल में काम करती हैं। कुछ लोग पढ़ाई करते हैं। लड़कियों ने स्थानीय प्रशासन से कोरबा तक पहुंचाने में सहयोग करने की मांग की है। उनका कहना है कि उन्हें कोरबा में क्वारेंटाइन कर लिया जाए। भोपाल से चलने से कुछ दिन पहले लड़कियों ने अपना एक वीडियो भी वायरल किया था। इसमें मदद की मांग की थी।