वोटिंग और नोटा में अव्वल है
रामपुर विधानसभा की जनता वोटिंग से लेकर नोटा में भी अव्वल है। पिछले बार रिकार्डतोड़ ८४ फीसदी वोटिंग रामपुर में हुई थी। पिछली बार ननकीराम कंवर के खिलाफ जनता ने अपना आक्रोश वोट से दिखाया था। हैट्रिक जमाने के बाद भी ननकी पिछला चुनाव ९ हजार से अधिक वोटों से हार गए थे। नोटा में भी ५८८१ वोट पड़े थे। जनता का मूड कांग्रेस और भाजपा दोनों के खिलाफ है।
ये दो सड़कें पिछले 30 साल में नहीं बनीं
-कुदमुरा से श्यांग लगभग ३० किमी की सड़क के लिए चार बार घोषणा हो चुकी है। सीएम डॉ रमन सिंह ने इसकी घोषणा कर चुके हैं। पिछले चुनाव में ग्रामीणों को वादा किया गया था। अगली बार के चुनाव से पहले बन जाएगी। लेकिन नहीं बनी। विकास यात्रा में सीएम ने फिर से इसकी घोषणा की है।
हाथी प्रभावित 21 गांव के ग्रामीणों में आक्रोश
हाथी प्रभावित 21 गांव में सियासी माहौल बेहद गर्म है। ग्रामीणों का मूड इस तरह है कि चुनाव जल्द आ जाएं तो वे अपना हिसाब बराबर कर दें। प्रभावितों का साफ कहना है कि सरकार का एक भी नुमाइंदा आए और यह तो बताएं कि आखिर उन्होनें किया क्या ? पांच साल में रामपुर विधानसभा में 10 से भी अधिक मौतें, सैकड़ों मकान ढह गए। हजारों किसानों की फसल रौंद दी गई। लेकिन सरकार ने कोई ठोस उपाय नहीं किए।