एसडीएम सुनील नायक ने बताया कि कोरोना संक्रमित यह व्यक्ति धार्मिक प्रशिक्षण के लिए मध्यप्रदेश के दमोह जिले में गया था और प्रशिक्षण की समाप्ति के बाद कोरोना संक्रमण के कारण हुए लाक डाउन में वहा फंस गया था। बाद में यह व्यक्ति ट्रक आदी साधनों से 12 मई की देर रात को कोरबा पहुंचा था और प्रशासन को सूचना दिए बिना ही अपने घर कुकरीचोली पहुंच गया था।
एसडीएम ने बताया कि सुबह प्रशासन को इसकी जानकारी मिलने पर इसे तत्काल कुकरीपाली से कुदूरमाल क्वारेन्टाइन सेंटर में लाकर क्वारेन्टाइन किया गया था। जहां से इसका नमूना लेकर जांच के लिए भेजा गया था। जांच रिपोर्ट पाजि़टिव आने पर इस संक्रमित व्यक्ति को बिलासपुर के विशेष कोविड अस्पताल इलाज के लिए भेजा गया है।
उन्होंने बताया कि सक्रमित व्यक्ति की ट्रेवल और सम्पर्क हिस्ट्री खंगालने पर उसके 12 मई को देर रात ट्रक से कोरबा पहुंचकर बिना प्रशासन को सूचित किए अपने घर जाकर सुबह तक रूकने की जानकारी मिली है। इस पर संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए प्रवासी व्यक्ति के माता-पिता, भाई-भाभी और भतीजी को ऐहतियातन मदनपुर के क्वारेन्टाइन सेंटर में क्वारेन्टाइन किया गया है।
कुकरीचोली में इस व्यक्ति के घर और मोहल्ले को सेनिटाईज कराया गया है। घर और मोहल्ले को बेरिकेटिंग कर आईसोलेट कर यहाँ किसी के भी आने-जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। इस आईसोलेटेड इलाके की निगरानी के लिए जिला प्रशासन ने राउण्ड द क्लाक अधिकारियों-कर्मचारियों की डीयूटी भी लगाई है।