Rail workers on strike : रेलवे कर्मी (Rail workers on strike) अपनी विभिन्न मांगों को लेकर सोमवार को भूख हड़ताल (Hunger Strike) पर डटे रहे। सरकार द्वारा रेलवे को निजीकरण व निगमीकरण किए जाने से लोको पायलटों (Loco pilots) में आक्रोश है। मांगे पूरी नहीं होने पर 17 जुलाई को सेंट्रल वर्किंग कमेटी के निर्णय पर रेल चक्काजाम की चेतावनी दी है। (Korba Rail Workers On Strike)
लोको पायलटों ने रेल चक्काजाम करने दी चेतावनी, इस वजह से आक्रोशित हैं कर्मी, पढि़ए क्या है इनकी मांगें…
कोरबा. ऑल इंडिया लोको रनिंग स्टॉफ एसोसिएशन के कोरबा शाखा ने सरकार द्वारा रेलवे (Railway) को निजीकरण व निगमीकरण किए जाने से आक्रोश जाहिर किया है। कोरबा शाखा के रनिंग स्टाफ स्टेशन के सामने दुर्गा पंडाल पर सोमवार की सुबह 11 बजे भूख हड़ताल (Hunger Strike) पर बैठ गए। सरकार विरोधी जमकर नारे लगाए गए। यह हड़ताल मंगलवार की सुबह 11.00 बजे तक जारी रहा। इस दौरान रनिंग स्टॉफ को मायलेज भत्ता 1980 के आधार पर लागू करने की सहित सात बिंदुओं पर मांग की है।
एसोसिएशन के शाखा सचिव यादवेश यादव ने बताया कि वर्तमान में सरकार रेलवे (Railway) रनिंग स्टॉफ को नियमों के विपरित मायलेज भत्ता दे रही है। इससे प्रत्येक रनिंग स्टॉफ को प्रतिमाह पांच से 15 हजार रूपए का नुकसान हो रहा है।
मायलेज भत्ता आरएसी 1980 नियमों के तहत प्रत्येक रनिंग स्टाफ को 7.29 रूपए गुड्स के आधार पर निर्धारित है। जबकि रेलवे 5.20 रूपए के हिसाब दे रही है। कर्मियों ने सातवां पे कमीशन को तीन साल बाद लागू किया गया। इससे रनिंग स्टॉफ को 2016 से आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। इसे कर्मियों के अहित बताया।
उन्होंने बताया कि रेलवे निजीकरण होने के बाद कर्मियों की सुविधाओं में कमी और शोषण किया जाएगा। इसे लेकर कर्मियों में आक्रोश है। इस तरह सात बिंदुओं पर अपनी मांगो को लेकर कोरबा कु्र पाइंट के 450 रनिंग स्टॉफ 24 घंटे का सांकेतिक भूख हड़ताल (Hunger Strike) के साथ काम कर रहे हैं। इसके उपरांत 17 जुलाई को सेंट्रल वर्किंग कमेटी के निर्णय पर रेल चक्काजाम किया जाएगा।
रेलवे कर्मियों (Railway employee) ने बताया कि सांकेतिक भूख हड़ताल (Hunger Strike) बिलासपुर जोन के कु्र पाइंट कोरबा, बिलासपुर, ब्रजराज नगर, रायगढ़, शहडोल में भी प्रदर्शन किया जा रहा है। इस अवसर पर पीपी राम, पिटर लिगरी, परमानंद, पीके राजवाड़े, एमके तिवारी, पी चंद्रा, बीपी जायसवाल व अन्य स्टाफ उपस्थित थे।
ये है मांग -रेलवे का निगमीकरण व निजीकरण बंद। – मायलेज भत्ता दर आरएसी 1980 के अनुसार निर्धारण – पूर्व सेवानिवृत्त रनिंग स्टॉफ की पेंशन विसंगति। – एनपीएस रद्द कर पुरानी पेंशन व्यवस्था। – पूर्व में नियुक्त एपीएल की वेतन कटौत्ी बहाल। – जुलाई 2016 के बाद पदोन्नत लोको पायलटों का 7वीं सीपीसी में वेतन निर्धारण। – एवरेज रनिंग अलाउंस का संशोधन।
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