script#यात्री ट्रेनें हो रहीं लगातार रद्द, भड़की जनता तो कलेक्टर से लेकर रेल अधिकारियों को घेरा | Railway facilities are getting worst in korba | Patrika News

#यात्री ट्रेनें हो रहीं लगातार रद्द, भड़की जनता तो कलेक्टर से लेकर रेल अधिकारियों को घेरा

locationकोरबाPublished: Sep 04, 2019 07:29:29 pm

Submitted by:

Vasudev Yadav

रेलवे प्रबंधन यात्री सुुविधाओं को दरकिनार कर मालगाड़ी से कोयला परिवहन पर अधिक जोर दे रही है। यह सिलसिला खासतौर से पिछले डेढ साल से चला आ रहा है।

#यात्री ट्रेनें हो रहीं लगातार रद्द, भड़की जनता तो कलेक्टर से लेकर रेल अधिकारियों को घेरा

रेलवे प्रबंधन यात्री सुुविधाओं को दरकिनार कर मालगाड़ी से कोयला परिवहन पर अधिक जोर दे रही है। यह सिलसिला खासतौर से पिछले डेढ साल से चला आ रहा है।

कोरबा. रेलवे प्रबंधन यात्री सुुविधाओं को दरकिनार कर मालगाड़ी से कोयला परिवहन पर अधिक जोर दे रही है। यह सिलसिला खासतौर से पिछले डेढ साल से चला आ रहा है। कोरबा से चलने वाली दो जोड़ी मेमू लोकल और हसदेव एक्सप्रेस के प्रभावित होने से लोगों में काफी आक्रोश है।
रेल संघर्ष समिति, कोरबा ने इस संंबंध में कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है।
कलेक्टर से मामले में मध्यस्थता करने की मांग की गई। बुधवार की सुबह रेल संघर्ष समिति के सदस्य टीपी नगर स्थित आईडीबीआई बैंक के पास एकत्र हुए। समिति ने पूर्वनिर्धारित योजना के तहत पहले तो कलेक्टोरेट पहुंचकर कलेक्टर किरण कौशल को ज्ञापन सौंप। समिति के सदस्यों ने बताया कि रेलवे प्रबंधन द्वारा यात्री सुविधाओं की लगातार उपेक्षा की जा रही है।
यात्री टे्रनों को लगातार रद्द किया जा रहा है। जबकि मालगाड़ी से कोयला परिवहन में इजाफा किया गया है। सदस्यों ने बताया कि रेलवे प्रबंधन कब, कहां और कौन-सी यात्री टे्रन को रद्द कर दे? इसका कोई ठिकाना नहीं है। इससे जिले के एमएसटी(मासिक) यात्री, मरीज, युवा सहित अन्य यात्रियों को आवश्यक काम से सफर करना पड़ता है। लेकिन ट्रेनों के लगातार रद्द रहने से लोग समय पर गंतव्य स्थान तक नहीं पहुंच पाते। इस संबंध में रेलवे प्रबंधन से मध्यस्थता कर टे्रनों को बहाल कराने की मांग कलेक्टर से की गई है।
Read more : मरम्मत होने तक भारी गाडिय़ों को रोकने की मांग पर नहीं बनी बात, जारी रहेगा पूर्व गृहमंत्री कंवर का धरना


समिति ने कलेक्टर को सौंपे गए ज्ञापन में उल्लेख किया है कि इसी तरह पिछले साल भी यात्री टे्रनों को बंद कर दिया था। तब तत्कालीन कलेक्टर मो. कैसर अब्दुल हक ने मध्यस्थता की थी। जिसके सकारात्मक परिणाम मिले थे। इस अवसर पर साईंनाथ राव, दिलीप ज्ञान चंदनी, विनोद कुमार सिन्हा, कैलाश सिंह यादव, अंबिका प्रधान, प्रशांत महतो, अतुल साहू, राजेंद्र डागा, रामलखन अग्रवाल, दिलीप अग्रवाल, मो. रफीक पारेख, मनोज अग्रवाल, पे्रम मदान, राम किशन अग्रवाल, अंकित, दीपक साहू, आशीष गुप्ता, प्रकाश जैन, निर्मल कुमार जैन, नवीन सहित अन्य सदस्य व आमजन उपस्थित थे।

जीएम और डीआरएम के नाम स्टेशन मास्टर को चेतावनी भरा पत्र
समिति के सदस्य कलेक्टर को ज्ञापन सौंपने के बाद रेलवे स्टेशन पहुंचे। स्टेशन में रेलवे प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। यात्री सुविधाओं की उपेक्षा पर नाराजगी जाहिर किया गया। स्टेशन मास्टर को एसईसीआर बिलासपुर मंडल महाप्रबंधक अजय विजयवर्णीय व रेल प्रबंधक आर राजगोपाल के नाम ज्ञापन सौंपा गया। कोरबा की सभी यात्री ट्रनों को नियमित परिचालन की मांग की गई। समिति ने रेलवे प्रबंधन को एक सप्ताह का समय दिया है। बावजूद इसके समस्या के निराकरण नहीं होने पर कोरबा से कोयला परिवहन पूरी तरह बाधित करने की चेतावनी दी है।

ये है मांग
-गाड़ी संख्या 18239 शिवनाथ एक्सपे्रस का नियमित परिचालन।
-गाड़ी संख्या 68731/68732 एवं 68733/68734 गेवरारोड-बिलासपुर-गेवरारोड मेमू लोकल का नियमित परिचालन।
-गाड़ी संख्या 18801/18802 एवं 18803/18804 हसदेव एक्सपे्रस का नियमित परिचालन।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो