समिति ने कलेक्टर को सौंपे गए ज्ञापन में उल्लेख किया है कि इसी तरह पिछले साल भी यात्री टे्रनों को बंद कर दिया था। तब तत्कालीन कलेक्टर मो. कैसर अब्दुल हक ने मध्यस्थता की थी। जिसके सकारात्मक परिणाम मिले थे। इस अवसर पर साईंनाथ राव, दिलीप ज्ञान चंदनी, विनोद कुमार सिन्हा, कैलाश सिंह यादव, अंबिका प्रधान, प्रशांत महतो, अतुल साहू, राजेंद्र डागा, रामलखन अग्रवाल, दिलीप अग्रवाल, मो. रफीक पारेख, मनोज अग्रवाल, पे्रम मदान, राम किशन अग्रवाल, अंकित, दीपक साहू, आशीष गुप्ता, प्रकाश जैन, निर्मल कुमार जैन, नवीन सहित अन्य सदस्य व आमजन उपस्थित थे।
जीएम और डीआरएम के नाम स्टेशन मास्टर को चेतावनी भरा पत्र
समिति के सदस्य कलेक्टर को ज्ञापन सौंपने के बाद रेलवे स्टेशन पहुंचे। स्टेशन में रेलवे प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। यात्री सुविधाओं की उपेक्षा पर नाराजगी जाहिर किया गया। स्टेशन मास्टर को एसईसीआर बिलासपुर मंडल महाप्रबंधक अजय विजयवर्णीय व रेल प्रबंधक आर राजगोपाल के नाम ज्ञापन सौंपा गया। कोरबा की सभी यात्री ट्रनों को नियमित परिचालन की मांग की गई। समिति ने रेलवे प्रबंधन को एक सप्ताह का समय दिया है। बावजूद इसके समस्या के निराकरण नहीं होने पर कोरबा से कोयला परिवहन पूरी तरह बाधित करने की चेतावनी दी है।
ये है मांग
-गाड़ी संख्या 18239 शिवनाथ एक्सपे्रस का नियमित परिचालन।
-गाड़ी संख्या 68731/68732 एवं 68733/68734 गेवरारोड-बिलासपुर-गेवरारोड मेमू लोकल का नियमित परिचालन।
-गाड़ी संख्या 18801/18802 एवं 18803/18804 हसदेव एक्सपे्रस का नियमित परिचालन।