गौरतलब है कि सरकार द्वारा लिए गए निर्णय के खिलाफ याचिका हाइकोर्ट में लगाई गई थी। लगातार लोगों द्वारा विरोध किया जा रहा था। निर्णय होने तक रेडी टू ईट का वितरण पूरी तरह से बंद था। अब जब शुरु होने जा रहा है तो भी लापरवाही सामने आ रही है।
0 गोदाम से आंगनबाड़ी तक पहुंचने में लग रहे तीन दिन
छत्तीसगढ़ एग्रो फूड कार्पोरेशन लिमिटेड द्वारा रेडी टू ईंट को कुछ जगहों पर सेक्टरों के गोदाम तक पहुंचा दिया जा रहा है लेकिन उसके आगे आंगनबाड़ी केन्द्रों तक पहुंचाने में लापरवाही बरती जा रही है। गोदाम से आंगनबाड़ी केन्द्रों तक पहुंचाने की जिम्मेदारी सेक्टर सुपरवाइजर की होती है, लेकिन सुपरवाइजर को किसी तरह की संसाधन नहीं मिलने की वजह से वितरण सुचारु रुप से नहीं हो पा रहा है।
0 14 परियोजना में ढाई हजार आंगनबाड़ी
जिले के कुल 14 परियोजना के अंतर्गत ढाई हजार से अधिक आंगनबाड़ी केन्द्रों में सप्ताह में दो दिन रेडी टू ईट समय पर पहुंच सके इसके लिए किसी तरह की ठोस सिस्टम नहीं बनाया गया है। इससे पूर्व रेडी टू ईट बनने से लेकर बंटने तक का एक सुचारु सिस्टम बन गया था। जहां लापरवाही या देरी होती थी पकड़ में भी आ जाता था, अभी कंपनी, ब्लॉक समन्वयक और सेक्टर सुपरवाइजर के बीच समन्वय की कमी देखी जा रही है।