ऑटो चालकों का आरपीएफ के साथ विवाद होने लगा। विवाद बढ़ता देख, ऑटो चालकों ने रेलवे स्टेशन (Railway Station) से सवारी उठाना बंद कर दिया। लिंक एक्सपे्रस में सवार होने वाले यात्रियों को भी ऑटो चालकों ने अपनी गाड़ी पर बैठाकर स्टेशन तक नहीं पहुंचाया। मामले की जानकारी क्षेत्रीय रेल प्रबंधक अरिजीत ङ्क्षसह तक पहुंची।
उन्होंने हस्तक्षेप करते हुए ऑटो चालकों से गाडिय़ों का परिचालन जारी रखने को कहा। यह भी आश्वासन दिया कि, शनिवार को बैठक कर मामले का समाधान कर लिया जाएगा। शाम लगभग 5:30 बजे क्षेत्रीय प्रबंधक के आश्वासन पर मान गए। रेलवे स्टेशन से ऑटो अलग-अलग क्षेत्रों में सवारी लेकर जाने लगे।
स्टेशन के बाहर पार्किंग के लिए जगह की कमी
रेलवे स्टेशन के बाहर पार्किंग के लिए जगह की कमी है। ऑटो चालकों का कहना है कि प्रतिदिन स्टेशन (Railway Station) परिसर के बाहर 150 से अधिक ऑटो खड़ी होती है। सवारियों को लाना ले जाना करती है। जबकि स्टेशन परिसर के बार लगभग 70 ऑटो के पार्किंग के लिए जगह है। जगह की कमी से कुछ ऑटो चालक (Auto driver) नो-पार्किंग जोन में गाडिय़ां खड़ी कर देते हैं। शुक्रवार को भी नो-पार्किंग जोन में ऑटो खड़ी करने पर आरपीएफ ने कार्रवाई की। इसके बाद विवाद उत्पन्न हो गया।