शनिवार को तौलीपाली के युवाओं ने तौलीपाली से चचिया रोड सड़क के पत्थर,गिटटी व मिट्टी से भरे। तौलीपाली के लोगों ने करीब पांच घंटे तक यहां मेहनत से यह कार्य किया। युवाओं ने बताया कि यह पूरी सड़क काफ ी समय से टूटी हुई थी। इसे बनाने के लिए क्षेत्रीय लोगों की ओर से कई बार जिला प्रशासन से पत्र व्यवहार कर गुहार लगाई गई। लेकिन सड़क नहीं बनाई गई और बारिश में यह सड़क गड्ढों में तब्दील हो चुकी है। तौलीपाली के ग्रामीण संतोष मिश्रा ने बताया कि तौलीपाली के लोगो ने स्वयं ही इस सड़क के गड्ढे भरने का निर्णय लिया है जिससे प्राशासन की आंखे खुलें।
सड़क पर आवागमन करने में होने वाली दिक्कतों और दुर्घटनाओं की आशंका को देखते हुए ग्रामीणों ने ही औजार हाथों में उठा लिया है और जगह-जगह निर्मित गड्ढों को भरा जा रहा है।
इनका मानना है कि इस मार्ग पर निर्मित गड्ढों के कारण हादसे का शिकार होकर कोई भी व्यक्ति अकाल ही मृत्यु के गाल में न समा जाए। दुर्घटना से प्रशासन को फर्क पड़े या न पड़े लेकिन दुर्घटना के पीडि़त परिवारों पर क्या बीतती है यह तो पीडि़त परिवार ही जानते हैं। इस कार्य में लगे ग्रामीणों का कहना है कि यदि हमारे इस पहल से प्रशासन की नींद खुलती है, तो हमें खुशी होगी। उल्लेखनीय है कि उरगा-भैंसमा-हाटी मार्ग पूरी तरह जर्जर हो चुकी है। इसकी मरम्मत कराने की मांग को लेकर पूर्व गृह
मंत्री ननकीराम कंवर भी ग्रामीणों के साथ ग्राम भैंसमा में श्रमदान कर प्रशासन को जगाने का प्रयास किया था।
रामपुर विधानसभा विधायक श्यामलाल कंवर ने ग्रामीणों के साथ सड़क पर उतर कर प्रदर्शन किया तथा शीघ्र मरम्मत कार्य नहीं कराए जाने पर आंदोलन की चेतावनी भी दी थी और ज्ञापन भी सौंपा था। इसके बाद जनप्रतिनिधि भी इस मुद्दे पर शांत पड़ गए हैं और अधिकारी तो नींद में सोये हुए हैं।