scriptसाहब का कहना है ठीक ठाक व्यवस्था करा देंगे तो पप्पू को गवाही में रखेंगे नहीं तो हत्या का आरोपी बना देंगे | Sahab says that if we make proper arrangements, we will keep Pappu | Patrika News

साहब का कहना है ठीक ठाक व्यवस्था करा देंगे तो पप्पू को गवाही में रखेंगे नहीं तो हत्या का आरोपी बना देंगे

locationकोरबाPublished: Nov 22, 2021 12:12:27 pm

Submitted by:

Rajesh Kumar kumar

बारात में तबीयत खराब होने से युवक की हुई मौत के मामले में पुलिस पर परिवार को रुपए के लिए प्रताड़ित करने का सनसनीखेज मसला सामने आया है। रुपए नहीं देने पर हत्या के मामले में फंसाने का ऑडियो वॉयरल होने के बाद पुलिस की जांच सवालों के घेरे में है।

press conference

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इस मसले को लेकर पुलिसिया भयादोहन से परेशान लड़की के पिता ने रविवार को मीडिया के सामने अपनी आपबीती सुनाई। विकासखंड करतला अंतर्गत ग्राम सरगबुंदिया निवासी उत्तरा कुमार टंडन पेशे से शिक्षक हैं। 16 फरवरी 2019 को उत्तरा की बेटी की शादी थी। उनके घर बेटी की बारात आई थी। घराती बराती नाच रहे थे। इस बीच विकास अग्रवाल नाम के युवक ने सीने में दर्द की शिकायत की। युवक नाचने के दौरान जमीन पर गिर पड़ा। उसे आनन फानन में अस्पताल पहुंचाया गया। उसकी मौत हो गई।

उरगा थाना में मर्ग कायम कर पुलिस जांच कर रही थी। प्रारंभिक तौर पर उपनिरीक्षक राजेश तिवारी ने जांच किया। उनके सामने उत्तरा और उनके परिवार के सदस्यों ने बयान दर्ज कराया। इसके बाद पुलिस ने जांच की फाइल को ठंडे बस्ते में डाल दिया। कोई कार्रवाई नहीं की।
दो साल बाद उरगा थाना में तैनात सहायक उपनिरीक्षक आरएल डहरिया ने वरिष्ट अधिकारियों की सहमति से केस दोबारा खोल दिया। 21 अक्टूबर की शाम पांच बजे शिक्षक उत्तरा और उनके पुत्र वैभव भारती सहित आठ लोगों को थाना बुलाया। सभी आठ लोगों को थाना में चार घंटे तक बैठाकर रखा गया। उत्तरा को बताया गया कि उसके पुत्र पप्पू पर 302 (हत्या) का केस बनता है। वह जेल जाएगा। परिवार बर्बाद हो जाएगा। यह सुनकर उत्तरा परेशान हो गए।
इसके अगले दिन पुलिस ने उत्तरा और उसके पुत्र सहित अन्य लोगों को फिर से थाना बुलाया। बड़े साबह के सामने पेश किया गया। फिर थाने में चार घंटे तक बैठा लिया गया। उत्तरा और राजेश रात्रे को सब इंस्पेक्टर डहरिया उरगा थाना के पीछे ले गए। उत्तरा का आरोप है कि डहरिया ने उसके पुत्र जितेन्द्र उर्फ पप्पू का नाम केस से बाहर रखने के लिए रुपए की मांग किया। ऐसा नहीं करने पर परिवार के बर्बाद हो जाने की चेतावनी दी। उत्तरा ने डेढ़ लाख रुपए देने के लिए हामी भरी। लेकिन डहरिया ने कहा कि इससे बात नहीं बनेगी। जांच के नाम पर परिवार को फिर 25 और 26 अक्टूबर को थाना बुलाया फिर छोड़ा गया।

जांच चल रही थी कि 15 और 16 नवंबर को फिर से उत्तरा और अन्य लोगों को थाना बुलाया गया। बड़े साहब के रुम में पेश किया गया। वैभव टंडन, जितेन्द्र उर्फ पप्पू को थाने में आरोपी वाली बेंच पर बैठा दिया गया। 16 नवंबर को पुलिस ने एक पंचनामा तैयार किया। इसमें पप्पू को जेल भेजने की बात लिखी गई थी। यह देखकर परिवार डर गया। परिवार पैसा देने के लिए सोचने लगा। उप निरीक्षण डहरिया ने पप्पू को आरोपी बनाने के बदले में चार लाख रुपए की मांग किया।
उत्तरा ने अपनी आर्थिक स्थिति का हवाला देकर असमर्थ बताया। तब पुलिस की ओर मोलभाव शुरू किया गया। पुलिस दो लाख रुपए से कम राशि लेने को तैयार नहीं हुई। शिक्षक उत्तरा पुलिस की प्रताड़ना से परेशान हो गए। उन्होंने सब इंस्पेक्टर डहरिया के साथ होने वाली बातचीत को मोबाइल में रिकार्ड कर लिया। मामले सामने आने के बाद एसपी ने सब इंस्पेक्टर को लाइन अटैच कर दिया है। विभागीय जांच का आदेश दिया है।
सब इंस्पेक्टर लाइन अटैच, सीएसपी करेंगे जांच
उरगा थाना में पदस्थ उप निरीक्षक आरएल डहरिया के द्वारा करीब दो वर्ष पुराने घटना में रिमांड पर भेजने की धमकी देकर दो लाख रुपए की मांग कर प्रताड़ित किए जाने की सूचना मिली है। डहरिया को लाइन अटैच कर दिया गया है। जांच के आदेश दिए गए हैं। सीएसपी योगेश साहू को जांच अधिकारी बनाया गया है। सभी पहलुओं पर विस्तृत जांच कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करने कहा गया है। तथ्यों के अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी।
– भोजराम पटेल
एसपी, कोरबा
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